फरीदाबाद: औद्योगिक नगरी में दूषित आबो-हवा ही बढ़ते रोगों का प्रमुख कारण है। दूषित पेयजल सप्लाई और शहर में बढ़ रहा वायु प्रदुषण ही जलजनित व सांस की बीमारियों को बढ़ावा देने में अहम भुमिका निभा रहे है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक नगर निगम के द्वारा दुषित पानी की सप्लाई की जा रही है। जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है। आज इस दुषित पेयजल के कारण से रोजाना इन जलजनित बीमारियों की चपेट में आने वाले मरीजों की सं या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।
सबसे ज्यादा ये जलजनित बीमारियां अपनी चपेट में बच्चों को अधिक ले रही है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह दुषित पेयजल कितना खतरनाक है। शहर की बढ़ रही आबादी इस पानी को प्रयोग कर बीमारियों का शिकार हो रही है, पर इन सबके बावजूद न तो स्वास्थ्य विभाग न ही नगर निगम इस ओर ध्यान है। वही दुसरी तरफ औद्योगिक नगरी में प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक इन सभी बीमारियों से मात्र जागरूकता ही एक मात्र उपाय है।
इस बारें में जब बीके अस्पताल के फिजिशियन डॉ. योगेश गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बढ़ते प्रदुषण के कारण से शहर में सांस के मरीजों की सं या बढ़ रही है। धुएं में रेस्पेक्ट्री इं लूएंजा वायरस पाया जाता है जो कि सांस के रोगियों के लिए काफी खतरनाक होता है। उन्होंने कहा कि वातावरण में प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाने के कारण हवा भारी हो जाती है। जिस कारण धुआं, धूल, आदि सब हवा में घुल जाते हैं और सांस के जरिए लोगों केशरीर में प्रवेश कर जाते हैं। जिस कारण इसका लोगों के शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
(राकेश देव)