करनाल : सोनीपत के गांव खरखोदा के रहने वाले ट्राला चालक राममुकुट तथा परिचालक अशोक के लिए एक छोटी सी दूकान पर शराब पीना उनकी मौत का सबब बन गया। जिनकी दूकान पर शराब पी रहे थे। शराब पीने के बाद जब ड्राइवर ने पैसे निकाले तो पैसे ले रहे 2 लोगों की नीयत में खोट आ गया। उन्हे टल्ली और डैड करने के लिए ओर शराब पिलाइ गई और फिर 95 हजार लूट लिए। विरोध किया तो दोनों का गला रेत दिया। ड्राईवर का शव गांव दरड सलारू रोड़ पर एक कच्चे रास्ते में दबा दिया गया। जबकि कंडक्टर अशोक का शव नहर में बहा दिया गया। इसके बाद वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी डर के मारे फरार हो गए। यह वारदात नशे के कारण हुई। लेकिन डबल मर्डर की यह गुत्थी करनाल पुलिस के लिए परेशानी का सबब बनी हुई थी। यह हत्या बीती 27 दिसंबर को की गई। लेकिन गांव के आवारा कुत्तों ने इस डबल मर्डर का राज खोल दिया।
हैरान कर देने वाली यह घटना सोनीपत के रहने वाले राममुकुट और अशोक के साथ इसलिए घटित हुई क्योंकि उन्होने चावल भरने से पहले अपने ट्राले को धुलवा लिया था। चुंकि ट्राला गीला हो गया और उसे सुखने में समय लगना था। लिहाजा सोनीपत जाने की बजाय उन्होने कुछ घंटे सलारू रोड़ पर बिताने ही बेहतर समझे। लेकिन इसी दौरान उनके साथ वारदात हो गई। दोनों करनाल की बंसल राईस मिल में चावल भरने आए थे। हालांकि इस दोहरे मर्डर के बाद सनसनी फैल गई थी। लेकिन जब कुत्तों की वजह से राममुकुट का शव पुलिस के हाथ लगा तो जांच मे सामने आया कि दोनों 27 दिसंबर को एक छोटी सी दुकान में बैठ कर शराब पी रहे थे। कुत्ते जब शव को नोच रहे थे तो रास्ते से निकल रहे एक राहगीर को बदबू आ गई।
जब उसने शव देखा तो उसने सरपंच और पुलिस को सूचना दी। तब कहीं जाकर राममुकुट की पहचान हुई और 18 जनवरी को अशोक का शव भी नहर से बरामद कर लिया गया। लेकिन इस बीच डर के मारे एक आरोपी ने अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने जयकुमार पुत्र रघुबीर निवासी गांव दरड को 6 दिन के रिमांड पर लिया तो डबल मर्डर की सच्चाई सामने आ गई। इस कांड का खुलासा करते हुए डीएसपी राजीव कुमार ने बताया कि बीती 5 जनवरी को गांव सलारू से गांव दरड़ की ओर जाने वाले कच्चे रास्ते पर कुछ कुते जमीन खोद कर एक शव को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे।
तभी गांव के कुछ लोगों ने इन्हें देख लिया और पुलिस को इसकी सुचना दी। जिस पर पुलिस ने उस स्थान पर पहुंचकर तहसीलदार निलोखेड़ी की मौजुदगी में शव को मिटृटी से बाहर निकाला और उसे पोस्टमार्टम के लिए कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज भेजा गया। इस संबंध में गांव सलारू के सरपंच पलविन्द्र सिंह के ब्यान पर थाना सदर पुलिस ने हत्या की विभिन्न धाराओं में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। डीएसपी ने बताया कि पुलिस की अचानक कार्यवाही से आरोपी दहशत में आ गए व अपने घरों से फरार हो गए। एक आरोपी ने पुलिस कार्यवाही से घबराकर बीती 17 जनवरी को अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बताया कि आरोपी ने पुछताछ में अपने साथियों के बारें में व डब्ल मर्डर की मिस्ट्री का खुलासा किया।
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– हरीश चावला