सोहना : करणी सेना के एक बड़े नेता सूरजपाल अम्मू को नजरबंद करने के बाद पुलिस ने अदालत में पेश किया। अदालत ने अम्मू को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भौंड़सी जेल भेज दिया है लेकिन फिल्म पदमावत का डटकर विरोध कर रहे करणी सेना नेता अम्मू तनिक भी झुकने को तैयार नही है। थाने से डीसीपी पर ले जाते वक्त अम्मू ने रानी पदमावती अमर रहे, भारत माता की जय हो, वंदे मातरम के नारे लगाए।
अपने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि जेल की सलाखे भी ना तो उनके मकसद में आड़े आ सकती है और ना ही उनको झुका सकती है। वे राजपूत है। अपनी बात पर मरते दम तक अडिग रहेंगे। ना फिल्म देखेंगे, ना ही देखने देंगे। वे रानी पदमावती पर बनी संजय लीला भंसाली की फिल्म का विरोध करते आए है और मरते दम तक करते रहेंगे। वे रानी के इतिहास के साथ छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दास्त नही करेंगे। देश के तमाम हिंदूओं और राजपूत समाज का आशीर्वाद उनके साथ है।
जब तक सरकार इस विवादित फिल्म पर पूर्णतया बैन ना लगा दे, तब तक उनकी लड़ाई लोकतांत्रिक तरीके से जारी रहेगी। जेल जाने से उन्हे डर नही लगता। रानी पदमावती का गौरवमयी इतिहास है। अम्मू को पुलिस ने उनके घर से हिरासत में लिया था। शुुक्रवार को डयूटी मजिस्ट्रेट डीसीपी दीपक सहारण के समक्ष पुलिस ने अम्मू को पेश किया। पुलिस की ओर से कहा गया कि अम्मू को रिहा करने से शांति भंग हो सकती है।
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– उमेश गुप्ता