अम्बाला: स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि किसी भी देश और समाज की सांस्कृतिक विरासत उसकी मूल पहचान होती है और इसे भावी पीढियों तक पहुंचाने में लोक कलाकारों की अहम भूमिका होती है। उन्होने कहा कि दूरदर्शन, इंटरनेट और अन्य आधुनिक साधनो के कारण मंच के प्रति लोगों का रूझान कम हुआ है लेकिन कला मंच जैसी संस्थाएं संस्कृति को बचाने और विकसित करने में सराहनीय कार्य कर रही हैं। यह बात उन्होंने छावनी सत्यजीत रे रंगशाला में आयोजित लोक कला उत्सव कार्यक्रम में दीपशिखा प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए बतौर मुख्य अतिथि कही।
इस कार्यक्रम का आयोजन कला मंच की ओर से उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला व हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक विभाग के सौजन्य से किया गया। अनिल विज ने कला मंच की सराहना करते हुए कहा कि यह मंच जहां युवा पीढ़ी को सांस्कृतिक सभ्यता की ओर जोडऩे का काम कर रहा है वहीं मंच के माध्यम से कला क्षेत्र में कार्य कर रहे कलाकारों को तराशने का काम भी कर रहा है वहीं अम्बाला के बच्चों को भी ऐसे कार्यों में अपनी सहभागिता निभाने का मौका भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पिक्चर में कलाकारी का हुनर दिखाना आसान है लेकिन मंच पर आकर कला की प्रस्तुति देना बहुत मुश्किल है।
उन्होंने कला मंच को आहवान किया कि वह इस तरह के कार्यक्रम निरंतर जारी रखें ताकि कला क्षेत्र में प्रतिभागियों को अपना हुनर दिखाते हुए आगे आने का मौका मिल सके। इस मौके पर उन्होंने अपने स्वैच्छिक कोष से कला मंच को संचालन एवं अन्य गतिविधियों के लिए 5 लाख रूपये देने की घोषणा भी की। कला मंच के पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर उनका अभिनंदन भी किया। मंच संचालन की भूमिका चन्नी शर्मा व विनय मलिक ने निभाई।
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(राजेन्द्र भारद्वाज)