जींद : केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने ब्राह्मणों के पिछड़ेपन के लिए उन राजनीतिक ठेकेदारों को जिम्मेदार ठहराया है, जिन्होंने समाज की आड़ में खुद की राजनीति तो चमका ली, जबकि समाज को ही पीछे छोडऩे का काम कर दिया। इसके लिए केंद्रीय मंत्री ने सीधे तौर पर ब्राह्मणों से आह्वान किया कि जिन ठेकेदारों की बदौलत ब्राह्मण समाज आज चार-पांच विधायकों तक ही सिमट कर रह गया है, उनसे संभले और इसके साथ-साथ जिन मंत्रों के उच्चारण से विशेष लोगों को अर्श पर चढ़ा दिया है, उन मंत्रों का उच्चारण खुद के लिए भी करें। अगर ऐसा करोगे तो यूं पिछड़े हुए नहीं रहोगे। सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के साथ-साथ बैंकों से लोन लेकर अपने रोजगार भी तैयार करें।
क्योंकि इस समाज के पास गुजारे लायक खेतीबाड़ी के लिए जमीन नहीं है इसलिए ब्राह्मणों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह रविवार को ब्राह्मण धर्मशाला में आयोजित उनके अभिनन्दन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उचाना विधायिका प्रेमलता, कार्यकारी एडीसी मनदीप भारद्वाज ने अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की, वहीं भाजपा नेता धर्मपाल शर्मा, ओमप्रकाश थुआ, ब्राह्मण सभा के पूर्व प्रधान रघुबीर भारद्वाज, पूर्व चेयरमैन विनोद आसरी, एसके भारद्वाज, कर्नल डी.के भारद्वाज, शिवनारायण शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा, सुरेश शर्मा, बलराज शर्मा, बलवान शर्मा, एडवोकेट सुरेश शर्मा, जयकिशन गौड विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे वहीं पार्षद सुधीर कौशिक, बनारसीदास शर्मा,रामफल शर्मा, डॉ दीनदयाल, भालचंद्र शर्मा, रामचन्द्र सहित समाज के अन्य प्रबुद्ध लोगों ने शिरकत की। समारोह की अध्यक्षता मां बनभौरी ट्रस्ट के चेयरमैन शिव कुमार कौशिक ने की।
इस मौके पर ब्राह्मण सभा के प्रधान भगवान दत्त शर्मा और महासचिव ओमनारायण शर्मा और समस्त कार्यकारणी ने मुख्यातिथि तथा अतिथियों का स्मृति चिन्ह तथा शाल भेंट कर स्वागत किया। समारोह का मंच संचालन ओमनाराण शर्मा और रामचंद्र शर्मा ने किया। सभा प्रधान भगवान दत्त ने समारोह में मांग पत्र के माध्यम से कुछ मांगे रखी। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने अपने मंत्रों से कुछेक विशेष लोगों को तो तरक्की के आसमान पर चढ़ाने का काम कर दिया, जबकि खुद पीछे रह गए। इसलिए खुद के लिए भी मंत्रों का उच्चारण कर आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि आंकड़े इस बात को पुख्ता करते है कि देश के एक प्रतिशत विशेष लोग ही 73 प्रतिशत दौलत पर काबिज है।
जबकि ऋषि और कृषि के अलावा सभी लोग 27 प्रतिशत तक सिमट कर रह गए है। राजनीति में जिन्होंने ब्राह्मणों की ठेकेदारी ली, उन्होंने ब्राह्मणों को ही सिकोड़ कर रख दिया। पहले जहां हरियाणा 14-15 विधायक होते थे, वहीं अब 4-5 तक सिमट कर रह गए है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ब्राह्मण समाज के मार्गदर्शक होते है। इसलिए वे अपने ज्ञान से खुद को आगे बढ़ाने के साथ-साथ दूसरों को भी उन्नति की राह दिखाएं। इसलिए इलाके के लोग आपसी खींचतान छोड़कर एक प्रतिशत लोगों से सीख लेकर अपने भविष्य को चमकाने का काम करें।
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– संजय शर्मा