गुरुग्राम: इनैलो के वरिष्ठ नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने आज गुड़गांव में आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए प्रदेश की बीजेपी सरकार को घेरने का काम किया। श्री चौटाला ने भाजपा सरकार की तीन साल की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए कहा कि हरियाणा की बीजेपी सरकार की सबसे बड़ी विफलता कानून-व्यवस्था को लेकर है। इनके बेमिसाल तीन सालों में इनकी वोट बैंंक की राजनीति के कारण तीन खूनखराबे वाली घटनाएं घटी हैं। हरियाणा बनने से लेकर आज तक कभी भी इतने व्यक्ति पुलिस की गोलियों के शिकार नहीं हुए। गांवों में स्कूली छात्राओं से लेकर शहरों में महिलाएं और आम नागरिक गैर सामाजिक तत्वों और अपराधिक मानसिकता वाले लोगों से परेशान हैं।
श्री चौटाला ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि धान, बाजरा, कपास व सरसों की खरीद को लेकर इस सरकार ने बड़े बड़े घोटाले किये। सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से सैंकड़ों रूपये प्रति क्विंटल किसानों के खून पसीने की गाढी कमाई को लूटा जा रहा है। वहीं नमी की आड़ लेकर सरकारी ऐजेंसियों द्वारा किसानों को परेशान करने का काम किया गया है। श्री चौटाला ने बिजली के दामों में बढौतरी व लोगों के घरों पर मारे गये छापे का विरोध करते हुए कहा कि 24 घण्टे बिजली देने की बात करने वाली बीजेपी सरकार भी पिछली कांग्रेस सरकार की तरह आवश्यकता न होते हुए भी प्राईवेट पार्टियों के साथ पावर प्रचेज एग्रीमेंट कर रही है जिस कारण जरूरत न होने की स्थिति में या तो बिजली सस्ते में बेची जाती है या फिर उस कम्पनी को पूर्व निर्धारित रकम प्रति यूनिट के हिसाब से दी जाती है।
इस प्रकार बिजली विभाग के कुप्रबंधन एवं भ्रष्टाचार के कारण इसका बोझ उपभोक्ताओं पर डाला जा रहा है। बिजली चोरी की रोक-थाम के नाम पर राज्य के उपभोक्ताओं को विभाग के कर्मचारियों द्वारा परेशान करने के साथ उनके निजी जीवन में भी हस्तक्षेप करने का आदेश सरकार द्वारा दिए गए हैं जो कि सरासर गलत है। श्री चौटाला ने कहा कि चौ0 देवीलाल जी ने बुजुर्गों का सम्मान करते हुए बुढापा पैंशन को लागू किया था परन्तु ये सरकार आधार कार्ड व कभी अन्य कारणों की वजह से उन सभी लोगों की बुढ़ापा पेंशन बंद कर दी है जिन्होंने अपने आधार कार्ड को लिंक नहीं करवाया।
इस प्रकार राज्य में लगभग 3 लाख 2 हजार ऐसे लोग हैं जिनकी पेंश्न सरकार द्वारा बंद कर दी गई है। श्री चौटाला ने कहा कि पिछले तीन वर्ष के शासनकाल में एक-एक कर हरियाणा के विश्वविद्यालयों में बाहरी लोगों को वाईस चांसलर के पद पर नियुक्ति किया गया है। अब भाजपा सरकार यह सिद्ध करने की कोशिष कर रही है कि हरियाणा में ऐसे विद्वान भी नहीं हैं जो वाईस चांसलर का पद सम्भाल सके। जिला स्तर से लेकर राज्य के मुख्यालयों में भी विभागों पर नजर रखने के लिए सरकार द्वारा अनेक लोगों की नियुक्ति की गई है। नियुक्त किए गए सभी लोगों का संबंध प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से आरएसएस के साथ है। ऐसे में वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की प्रशासन में क्या भूमिका है उस पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
वहीं सुशासन सहयोगियों के साथ साथ मुख्यमंत्री ने अपने सचिवालय में ओएसडी अधिकारियों की एक फौज इक्कठा कर ली है। इनकी तादाद 22 है और सभी का संबंध आरएसएस से होने के साथ उनमें अधिकांश राज्य सेे बाहर के लोग हैं। श्री चौटाला ने एसवाईएल व दादुपुर नलवी नहर परियोजना एंव गुडग़ंाव कैनाल के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि इस सरकार ने दादुपुर नलवी नहर परियोजना के तहत अधिगृहित की गई भूमि को डीनोटिफाई कर दिया वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद हरियाणा सरकार द्वारा एसवाईएल नहर को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
श्री चौटाला ने कहा कि एक कड़वा सच यह है कि भाजपा की पहचान कभी भी किसान हितैषी होने की नहीं रही है। इस परम्परा को केन्द्र और अनेक राज्यों में सरकार बनाने के बाद भी भाजपा ने निभाया है। किसानों से किये गये हर वायदे को बीजेपी सरकार ने तोड़ा है। इसलिए कोई आश्चर्य नहीं कि एसवाईएल को लेकर अपने अधिकार की लड़ाई लडऩे में यह पूरी तरह से संवेदनहीन रही है। यह दुर्भाग्य की बात है कि अभी तक सरकार इस गम्भीर समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रही जिसके कारण प्रदेश के किसानों में भारी रोष है।
पत्रकार के सवाल के जवाब पर श्री चौटाला ने चौ0 देवीलाल जी के सम्मान दिवस पर की गई घोषणाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले समय में हरियाणा प्रदेश में इनेलो की सरकार बनने पर बुढापा पैंशन को 2500 रूपये, गरीब कन्या के विवाह पर 5 लाख रूपये कन्यादान, किसानों का कर्जा माफ, किसानों के बिजली के बिल माफ व प्रदेश के प्रत्येक घर से एक युवा को रोजगार देंगे व 15 हजार रूपये बेरोजगार भत्ता देने का काम करेंगे। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचन्द गहलोत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनन्तराम तंवर, रमेश दहिया, किशोर यादव, शमशेर कटारिया, रिषीराज राणा, प्रवीन अत्रेय, दलबीर धनखड़ व कपिल त्यागी मौजूद थे।
– अरोड़ा, सतबीर