कोसली: कोसली गांव के समीप नठेड़ा रोड़ पर खुले शराब के ठेके को बंद करने को लेकर कोसली गांव के लोगों की एक बैठक बाल्मीकि चौपाल में हुई। बैठक में काफी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी। बैठक को जिला शराब बंदी समिति रेवाड़ी के संयोजक अनिल आर्य ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शराब का ठेका गांव और बस्ती से दूर हटाया जाए। जिससे शराब ग्रामीणों की आसान पहुँच से दूर रहे व शराबियों के हुड़दंग से भी बचाव हो सके। उन्होंने कहा कि इसके अलावा गांव में शराब के खिलाफ जागरूकता उत्पन्न की जाए। जिससे शराब के कारण होने वाले अपराध ना हों। जनमत बनाकर सरकार को भी अपनी आबकारी नीति को बदलने के लिए बाध्य किया जाए। जिससे राजस्व के फेर में सामाजिक बुराई को बढ़ावा न मिले। सरकार को चाहिए कि जनहित में नीति बनाकर देश का विकास करें।
शराब के कारण राष्ट्र का विकास अवरूद्ध होता है। बैठक के बाद महिलाएं अपनी मुहिम की सफलता के लिए बाबा मुक्तेश्वर पुरी मठ में आशीर्वाद के लिए पहुँची तथा गांव की बस्ती के पास खुले ठेके को बंद कराने के लिए कोसली थाने जाकर एसएचओ सुरेन्द्र सिंह से मिली तथा शराब के ठेके को बस्ती से दूर हटाने की मांग की। एसएचओ ने थाने पहुँची महिलाओं को बताया कि शराब ठेकेदार स्वयं अपने ठेके को बस्ती के समीप से हटाने का इच्छुक है। एसएचओ ने महिलाओं से दो-चार दिन प्रतीक्षा करने को कहा।
उधर महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि दो-चार दिन के भीतर ठेकेदार ने अपने ठेके को बस्ती से दूर नहीं किया तो महिलाएं बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगी। मौके पर मौजूद महिलाओं ने बताया कि वे इस विषय में उपायुक्त रेवाड़ी से मिलेंगी। इस अवसर पर दयावान, ताजेन्द्र सिंह, रामनिवास आर्य, राजसिंह आर्य, हरीश, बबली, राजीव, अरूण कोसलिया, सुनीता, दर्शना, संतोष, सरला, राजबाला, पूनम, अनीता, सरिता, रेशमा, मूर्ति, लक्ष्मी, गायत्री सहित अन्य महिलाएं भी मौजूद थीं।
– सुनील गर्ग