करनाल : सुबह पहले प्रदेश कांग्रेस के सचिव पंकज पूनिया को पुलिस ने काले झंडे दिखाने से पहले पुलिस ने भले ही गिरफ्तार कर लिया हो। लेकिन पुलिस की मुस्तैदी तब फेल हो गई जब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता अचानक सीएम मनोहर लाल खट्टर के काफिले के सामने आ गए। अचानक से उन्होने काले झंडे निकाल लिए और सीएम को उन्होने काले झंडे दिखाए। यह घटना तब सामने आई जब मुख्यमंत्री चीनी मिल में शिलान्यास के लिए जा रहे थे। अचानक यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता मेरठ रोड पर आ गए और उन्होने सडक पर ही काफिले के सामने काले झंडे निकाल दिए। वहाँ खडे पुलिस कर्मी अचानक हक्के बक्के रहे गए। लेकिन तब तक यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता अपना काम कर चुके थे। यह नजारा अपनी गाडी में सवार सीएम ने खुद अपनी आंखों से देखा।
माना जा रहा है कि यूथ कांग्रेस के अचानक सीएम को काले झंडे दिखाए जाने को लेकर कुछ पुलिसकर्मियों पर इसकी गाज गिर सकती है। यूथ कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरव शर्मा और उनके साथी देवगिरधर, महिपाल, जयभगवान, संजीत राय व अन्य युवाओं ने सडक पर ही मुख्यमंत्री के काफिले को काले झंडे दिखाए। बाद में कांग्रेस नेता गौरव शर्मा ने कहा कि यह काले झंडे प्रदेश में फैली बेरोजगारी तथा बदतर कानून व्यवस्था को लेकर दिखाए गए है। उन्होने कहा कि करनाल में 70 पोस्टों के लिए 10 हजार युवाओं ने आवेदन किया था। लेकिन भीड देखकर सरकार ने इंट्रव्युह टाल दिए।
यदि सीएम सिटी में इस तरह का हाल है तो भला पूरे प्रदेश का क्या हाल होगा। उन्होने कहा कि हरियाणा का युवा बडी बडी डिग्रियाँ लेकर घर में बेकार बैठा है। कई युवा नशे की गिरफ्त में है और उनका भविष्य खराब हो गया है। भाजपा ने चुनावों से पहले वायदा किया था कि करनाल में बडे बडे उद्योग लाएंगे और युवाओं को रोजगार देंगें। लेकिन भाजपा सरकार पूरी तरह से फैल हो गई है। उन्होने कहा कि हरियाणा में छात्राओं, युवतियों और बच्चियों से आए दिन रेप हो रहे है और उनकी हत्या की जा रही है। मगर सरकार हाथ पर हाथ रख कर बैठी है। बताया जा रहा है कि अचानक से काले झंडे दिखाए जाने के बाद पुलिस ने युवा नेता के भाई को राउंडअप कर लिया। जिसके बाद स्वयं गौरव शर्मा ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया।
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