ग्वालियर: वसूली के लिये सबसे पहले बड़े एवं सक्षम बकायादारों को लक्ष्य करें। ऐसे बकायादारों को वसूली के नोटिस तामील करायें। साथ ही उनकी परिसम्पत्तियाँ भी कुर्क कराई जाएँ, जिससे वसूली में तेजी आ सके। यह निर्देश अपर जिला दण्डाधिकारी शिवराज वर्मा ने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक (सीसीबी) व उससे जुड़ीं प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं की वसूली को लेकर आयोजित हुई बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि बैंक वसूली में राजस्व अधिकारियों एवं पुलिस का भी पूरा सहयोग मिलेगा।
कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में श्री वर्मा ने सीसीबी के सीईओ और महाप्रबंधक को निर्देश दिए कि सहकारी बैंक व शाखाओं के ऐसे कर्मचारियों को चार्जशीट जारी कर विभागीय जाँच स्थापित करें, जो वसूली के प्रति पूरी तरह उदासीन हैं। एडीएम ने कहा कि सीसीबी द्वारा जिन बड़े बकायादारों के शस्त्र लायसेंस निरस्त करने के प्रस्ताव दिए गए हैं, उस पर भी विधिवत नोटिस देकर कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि बकाया वसूलने के लिये संबंधित तहसीलदार व नायब तहसीलदार के माध्यम से बैंक वसूली प्रमाण-पत्र (आरआरसी) जारी करायें। अपर जिला दण्डाधिकारी ने कहा कि बड़े बकायादारों की परिसम्पत्तियों एवं उनके व्यवसाय की जानकारी जिला प्रशासन को भी मुहैया कराई जाए, जिससे वैधानिक प्रक्रिया पूर्ण कर उनकी सम्पत्तियाँ जब्त कर वसूली की जा सके।
बैठक में बताया गया कि पिछले तीन माह के दौरान जिले में सीसीबी की विभिन्न शाखाओं द्वारा 93 लाख 15 हजार रूपए की वसूली की गई है, जबकि टोटल डिमाण्ड लगभग 2 करोड़ 97 लाख रूपए की है। बैठक में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक केसीईओ सीपीएस भदौरिया व महाप्रबंधक आरकेएस चौहान तथा सहकारिता के अधिकारियों सहित सीसीबी की विभिन्न शाखाओं केप्रबंधक तथा प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं के सचिव मौजूद थे।
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