पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को आज सुप्रीम कोर्ट से माफी मिल गई है। ये उनके लिए बड़ी रहत भरी खबर है। अब अनुराग पर अदालत की अवमानना और कोर्ट को गलत जानकारी देने का मुकदमा नहीं चलेगा। बता दें कि अनुराग ने दोनों आरोपों के लिए अदालत में हलफनामा दाखिल करके बिना शर्त माफी मांगी थी। अनुराग अदालत के आदेश के मुताबिक आज व्यक्तिगत रूप पेश हुए थे।
जनवरी में सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग को लोढ़ा कमिटी की सिफारिश लागू करने में अड़चन डालने के लिए उनके पद से बर्खास्त कर दिया था। उस वक्त उन्हें अवमानना का नोटिस जारी किया गया था। साथ ही कोर्ट को जान-बूझकर गलत जानकारी देने के लिए मुकदमा चलाने पर जवाब मांगा गया था। जिस पर अनुराग आज कोर्ट की कार्रवाई शुरू होने से पहले ही कोर्ट पहुँच गए।
कोर्ट ने पहले बीसीसीआई से जुड़े दूसरे मामले सुने फिर अनुराग के वकील पी एस पटवालिया की बातें सुनीं। अनुराग के वकील पटवालिया ने बिना शर्त माफी मांगने का हलफनामा पढ़ा। बीसीसीआई मामले में एमिकस क्यूरी गोपाल सुब्रमण्यम ने कोर्ट को माफ़ी मंज़ूर कर लेने की सलाह दी। 3 न्यायाधीशों की बेंच के अध्यक्ष जस्टिस दीपक मिश्रा ने पीछे खड़े हुए अनुराग ठाकुर को आगे बुलाया और उनसे पूछा कि क्या वो हलफनामे में लिखी बातों से सहमत हैं? अनुराग के हां कहने के बाद कोर्ट ने उन्हें माफ कर दिया।