दिल्ली की प्रतिष्ठित जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल छात्रों के द्वारा एक बार फिर हंगामेदार प्रदर्शन किया जा रहा है। जेएनयू में 9 छात्राओं से यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर अतुल जौहरी के खिलाफ छात्रों और शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को लगातार हंगामे-प्रदर्शन के बाद पुलिस ने प्रोफेसर पर 8 FIR दर्ज की हैं, जिसके बाद छात्रों ने हंगामा रोका।
आरोपी प्रोफेसर से आज पूछताछ हो सकती है। हालांकि, इस मामले में कुछ महिला संगठन आज फिर दोपहर 12 बजे वसंत कुंज पुलिस स्टेशन पर प्रदर्शन कर सकते हैं। सोमवार शाम को भी जेएनयू के छात्रों ने यूनिवर्सिटी से मोर्चा निकाला था और वसंतकुंज पहुंचे थे। छात्रों ने वसंतकुंज पुलिस थाने पर लगी बैरिकेडिंग गिरा दी थी और छात्रों को रोकने के लिए लगाई गईं रस्सियां भी खींच लीं। छात्रों ने हाईवे भी जाम कर दिया था।
सोमवार को छात्रों ने इस मामले को लेकर वसंत कुंज थाने का घेराव किया। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करने तथा उसे फौरन गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। छात्रों ने थाने के बाहर दिल्ली पुलिस और आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ नारेबाजी भी की। प्रदर्शनकारी थाने के भीतर घुसने की कोशिश करने लगे। इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई।
प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए थाने के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया। छात्रों के प्रदर्शन के कारण आसपास के इलाके में जाम भी लग गया। इस मामले में अब तक पीड़ित कुछ लड़कियों के 164 के तहत बयान कोर्ट में दर्ज हुए हैं। सोमवार को प्रोफेसर अतुल जौहरी को जांच में शामिल होने के लिए थाने बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं आए। सोमवार को इस मामले में दो लड़कियों के बयान दर्ज हुए। दोनों लड़कियों ने सिलसिलेवार तरीके से घटना की जानकारी पुलिस को दी।
इसके साथ ही इन दोनों छात्राओं के बयान मजिस्ट्रेट के सामने भी दर्ज कराए गए। अब बाकी लड़कियों के बयान आज दर्ज होंगे। अतुल जौहरी को भी पूछताछ के लिए मंगलवार को पुलिस ने बुलाया है। पुलिस इस मामले में लड़कियों के बयान दर्ज करने के बाद सीसीटीवी फुटेज लेने के बाद अतुल जौहरी से पूछताछ का मन बना रही है ताकि पुख्ता रूप से इस केस में आगे बढ़ सके।
साथ ही पुलिस इस मामले में गवाहों के बयान भी दर्ज कर रही है। वही, जेएनयू के प्रोफेसर ने कहा कि वामपंथ की तरफ रूझान रखने वाली छात्राएं उन्हें निशाना बना रही हैं। उन्होंने कहा कि जिन लड़कियों ने उनके खिलाफ आरोप लगाए हैं उन्हें 27 फरवरी को प्रयोगशाला में अनियमित उपस्थिति को लेकर मेल किया था। इसलिए वे उन्हें निशाना बना रही हैं।
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