भोपाल : पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को एक कार्यक्रम में विरोध का सामना करना पड़ा। उज्जैन में एक कार्यक्रम के दौरान कुछ युवकों ने पटेल पर स्याही फेंकी और उनके खिलाफ नारेबाजी की। स्याही फेंकने वाले युवकों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया। आरोपी युवक खुद को पाटीदार बता रहे थे। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। आरोपियों का कहना था कि हार्दिक ने पाटीदारों के आरक्षण के नाम पर केवल राजनीति की है।
हार्दिक इन दिनों मध्य प्रदेश की यात्रा पर हैं। उज्जैन के एक होटल में वह एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे, तभी कुछ युवकों ने उन पर स्याही फेंकी। स्याही हार्दिक के चेहरे और कपड़ों पर लगी। वहां मौजूद लोगों ने फौरन ही स्याही फेंकने वाले युवकों को पकड़ लिया और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
इससे पहले मंदसौर में एक कार्यक्रम में हार्दिक पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को ज्योतिरादित्य सिंधिया को आगे लाना चाहिए और उन्हें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करना चाहिए। हार्दिक ने कहा कि अगर कांग्रेस सिंधिया को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाती है, तो वह उनका समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘मेरा तो व्यक्तिगत भी मानना है कि सिंधिया को आगे लाना चाहिए।’
मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन जरूरी
हार्दिक ने अपने इस दौरे में केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी राज में दबे-कुचलों को और दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पिछले 15 सालों से बीजेपी का शासन है और अब समय आ गया है कि शासन में बदलाव किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए सत्ता में परिवर्तन बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम उनका विरोध करते हैं जो सरकारें वादे करती हैं, लेकिन निभाती नहीं। दो अप्रैल को दलितों द्वारा किए गए भारत बंद के मामले पर उन्होंने कहा कि यह फैसला उनके अधिकार के लिए था। उन्होंने आरोप लगाया कि इस आंदोलन को हिंसक रूप भाजपा और आरएसएस ने दिया। दो अप्रैल को दलितों द्वारा किए गए भारत बंद के मामले पर उन्होंने कहा कि यह फैसला उनके अधिकार के लिए था. उन्होंने आरोप लगाया कि इस आंदोलन को हिंसक रूप भाजपा और आरएसएस ने दिया।
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