ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी भारत के अपने तीन दिवसीय दौरे के लिए आज शाम हैदराबाद पहुंचेंगे। आपको बता दे कि रोहानी की यह भारत यात्रा दोनों देशों के लिए बेहद अहम है। रोहानी की यात्रा के दौरान भारत और ईरान ‘आपसी हित’ के क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। ईरान के राष्ट्रपति की यात्रा की घोषणा करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूहानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्विपक्षीय संबंधों में हासिल की गई प्रगति की समीक्षा करेंगे। बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी वर्ष 2016 में ईरान की यात्रा पर गए थे।
वही , आधिकारिक सूत्रों ने कहना है कि वह शाम को साढ़े छह बजे मुस्लिम बुद्धिजीवियों, विद्वानों और धर्म गुरूओं को संबोधित करेंगे।’’ रूहानी की यात्रा के संबंध में कल राज्य सचिवालय में समन्वय बैठक के दौरान तेलंगाना के मुख्य सचिव शैलेन्द्र कुमार जोशी ने विभिन्न विभागों से फुलप्रूफ योजना बनाने को कहा था। इक्कीस सदस्यीय शिष्टमंडल के साथ आये ईरान के राष्ट्रपति दो दिन तक हैदराबाद में रूकेंगे। सूत्र ने बताया कि वह हैदराबाद में रह रहे ईरानी नागरिकों के साथ बातचीत करेंगे। राष्ट्रपति रूहानी ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में कल जुमे की नमाज अदा करने के बाद जलसे को संबोधित करेंगे। सूत्रों ने बताया कि इस मौके पर विभिन्न चिंतनधाराओं के इस्लामी बुद्विजीवी मौजूद रहेंगे।
रूहानी के कल सालार जंग संग्रहालय जाने का भी कार्यक्रम है। सूत्रों ने बताया कि उम्मीद है कि रूहानी ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे जिसमें गोलकुंडा का कुतुब शाही मकबरा भी शामिल है। यह दूसरी बार है जब हसन रूहानी हैदराबाद की यात्रा पर आ रहे हैं। ईरान के राष्ट्रपति का प्रभार संभालने के बाद यह उनकी (शहर की) पहली यात्रा होगी। वह 16 फरवरी को नयी दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
बता दे कि पाकिस्तान में फांसी की सजा पाए कुलभूषण जाधव के मामले में भी इस दौरे पर चर्चा हो सकती है। गौरतलब है कि भारत ने पाकिस्तान पर जाधव का ईरान से अपहरण करने का आरोप लगाया है। जाधव का ईरान में व्यापार था। भारत इस मामले में ईरान के हस्तक्षेप की भी गुंजाइश तलाशेगा।
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