जम्मू कश्मीर : जम्मू कश्मीर में माकपा के वरिष्ठ नेता और विधायक ए वाई तारीगामी ने एक बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या के मामले में आरोपी की रिहाई के लिए दक्षिणपंथी संगठन द्वारा आयोजित रैली को आज बेहद ‘शर्मनाक कार्य’ और मानव मूल्यों के खिलाफ बताया।तारीगामी ने उम्मीद जताई कि नागरिक समाज आठ वर्षीय बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए अपनी आवाज बुलंद करेगा। पिछले महीने कठुआ में बच्ची की कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। बच्ची जंगल में घोड़े चरा रही थी और तभी लापता हो गई थी। इसके एक हफ्ते बाद 17 जनवरी को रस्साना के जंगल से उसका शव मिला था।
सरकार ने 23 जनवरी को मामले को अपराध शाखा को सौंप दिया था। अपराध शाखा ने बच्ची को अगवा करने तथा हत्या करने के मामले में संलिप्तता के आरोप में एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) को गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान के लौहार में सात वर्षीय बच्ची से बलात्कार के बाद निमर्म हत्या के मामले की मिसाल देते हुए माकपा नेता तारीगामी ने कहा मुल्जिम को आतंकवाद निरोधक अदालत ने महज चार दिन के अंदर फांसी की सजा दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘ पाकिस्तान में नागरिक समाज ने मुकदमे की तेज सुनवाई के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया था और उन्हें अपने मिशन में कामयाबी भी मिली। मुझे उम्मीद है कि यहां का नागरिक समाज भी इसी तरह की कोशिशें करेगा और सुनिश्चित करेगा कि नाबालिग से बलात्कार और हत्या के आरोपी को बिना देरी के मौत की सजा मिले।’’
पिछले गुरूवार को आरोपी की रिहाई के लिए निकाली गई रैली का हवाला देते हुए तारीगामी ने कहा कि यह जम्मू कश्मीर के सामने खतरे का इशारा करता है। उन्होंने कहा, ‘‘ आरोपी का समर्थन करके हिन्दू एकता मंच ने बेशर्मी से अपने सांप्रदायिक इरादों का प्रदर्शन किया है। रैली में राष्ट्रीय ध्वज का इस्तेमाल करना तिरंगे का अपमान है और चीजे इससे ज्यादा भयानक नहीं हो सकती हैं।
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