पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से की जा रही गोलीबारी थमने से नौ दिनों के बाद आज अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति है। पाकिस्तान की ओर से पिछले नौ दिनों से की जा रही गोलीबारी और गोलाबारी की घटनाओं में 11 लोगों की मौत हुई है और 60 लोग घायल हो गए।
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कल दोपहर से गोलीबारी और गोलाबारी रूकी है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया , ‘‘ पाकिस्तान की तरफ से आज गोलीबारी और गोलाबारी नहीं हुई। फिलहाल यहां शांति है। ’’
हालांकि , एक जिलाधिकारी ने बताया कि राजौरी जिले के लाम और नौशेरा सेक्टरों में पाकिस्तानी सेना ने देर रात गोलीबारी और गोलाबारी की। इसमें एक नागरिक घायल हो गया।
जम्मू क्षेत्र के कठुआ , जम्मू , सांबा और राजौरी जिले में एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास के गांवों और चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों ने जमकर गोलाबाजी और गोलीबारी की। इसमें 10 वर्षीय लड़के सहित पांच नागरिकों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए।
पिछले नौ दिनों से पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा की गई गोलाबारी के कारण अरनिया कस्बा और भारत – पाक सीमा के करीब 120 बस्तियां सुनसान है। मोर्टार से गोले दागे जाने और गोलीबारी की वजह से एक लाख से ज्यादा ग्रामीणों को अपना घर – बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है।
राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया , ‘‘ पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की वजह से एक लाख से ज्यादा लोगों को अपने गांवों और सीमा के पास के इलाके से सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा और उनमें से कुछ लोगों ने सरकार द्वारा बनाए गए सुरक्षित आश्रय स्थल पर पनाह ली है। ’’
उन्होंने बताया कि सरहद के पास के इलाके से आने वालों के लिए कठुआ , सांबा और जम्मू जिले में कई कैंप बनाए गए है।
अंतरराष्ट्रीय सीमा से पांच किलोमीटर की दूरी पर 18500 से ज्यादा की आबादी वाला अरनिया कस्बा पुलिसकर्मियों और कुछ लोगों को छोड़कर बिल्कुल वीरान हो गया है। अपने मवेशियों की देखरेख और चोरों से घरों की देखभाल के लिए कुछ लोग पास के सुरक्षित जगहों पर रूके हुए हैं।
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