जम्मू : जम्मू कश्मीर के उप मुख्यमंत्री डा़ निर्मल सिंह ने अनुच्छेद 35- ए के मुद्दे पर आज कहा कि यह मामला अभी उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डा़ फारूक अब्दुल्ला को इस मसले पर राजनीति करने के बजाए सहयोगात्मक रवैया अपनाना चाहिए। डा़ सिंह ने यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा ये लोग (नेशनल कांफ्रेंस) अनुच्छेद 35- ए पर कुछ ज्यादा ही प्रतिक्रिया कर रहे हैं।
इन्हें समझ लेना चाहिए कि यह मामला अभी उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है और उन्हें इसके फैसले का इंतजार करना चाहिए। श्री अब्दुल्ला जैसे लोगों का यह कहना कि पथराव करने वाले लोग भी आंदोलन का हिस्सा है,बहुत ही दुर्भाज्ञपूण है और उन्हें ऐसा कहने के बजाए इस मसले का निपटारा करने में मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां तक सरकार के रूख का सवाल है तो वह गठबंधन के एजेंडे का अनुसरण कर रही है जिसमें विशेष तौर पर कहा गया है कि संवैधानिक मामलों में यथास्थिति बनाई रखनी चाहिए। यह मामला अभी न्यायालय में है और हमें उसके फैसले का इंतजार करना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि जब यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अनुच्छेद 35-ए पर यथा स्थिति बनाए रखने का आश्वासन किस तरह दे सकते हैं, तो उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्टों के अनुसार राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राजधानी दिल्ली में श्री मोदी से मुलाकात की थी और जारी बयान के अनुसार प्रधानमंत्री ने कहा था कि कुछ मामलों में यथा स्थिति बनाई रखी जाएगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हम गठबंधन के एजेंडे के बारे में बात कर रहे हैं और उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के बाद ही सरकार का रूख स्पष्ट हो सकेगा। राज्य की सरकार संवैधानिक प्रावधानों के आधार पर चल रही है और हम सभी को उच्चतम न्यायालय में आस्था बनाई रखनी चाहिए।