जम्मू & कश्मीर में सुरक्षा करणों से आज चौथे दिन भी रेल सेवा निलंबित रही जबकि दक्षिण कश्मीर में तीन दिनों के बाद यह सेवा बहाल कर दी गयी है। अलगाववादियों ने हिरासत में लिये गये लोगों को घाटी की जेलों से बाहर स्थानांतरित करने और रविवार रात को हुयी मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों के अलावा चार अन्य लोगों के मारे जाने के विरोध में हड़ताल का आह्वान किया है।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यूनीवार्ता को बताया कि दक्षिण कमश्मीर में श्रीगर -अनंतनाग- काजीगुंड से जम्मू के बहिनहाल के बीच ट्रेनें निधार्रित समय के अनुसार चलेगीं जबकि मध्यम कश्मीर के श्रीनगर -बडगाम और उत्तर कश्मीर के बारामुला के बीच रेला सेवा को चौथे दिन भी निलंबित रखा गया है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण कश्मीर में रेल सेवा को सामान्य करने के लिए कल रात पुलिस ने ताजा एडवाइजरी जारी की थी जिमसें कहा गया था कि सुरक्षा करणों से उतर कश्मीर की रेल सवा निलंबित रहेंगी। यात्रियों और रेल संपत्ति की सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
अलगाववादियों ने घाटी के लोगों से ‘शोपियां चलो’ का आह्वान किया है। प्रशासन ने रेल सेवाओं को स्थगित करने का यह फैसला शोपियां और पुलवामा में हुयी दो अलग-अलग मुठभेड़ के मद्देनजर एहतियात के तौर पर लिया है।
इसके अलावा सुरक्षाबलों ने सोमवार को पुलवामा में सुंजवां सैन्य शिविर सहित चार आत्मघाती हमलों में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के स्वयंभू प्रमुख कमांडर मुफ्ती वकास को मुठभेड़ में मार गिराया था। सुरक्षाबलों की यह बड़ी जीत मानी जा रही है।
गौरतलब है कि घाटी में पिछले एक वर्ष के दौरान हुये विरोध प्रदर्शनों के कारण रेलवे को करोड़ रुपये की सम्पत्ति का नुकसान हुआ है।
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