जम्मू एवं कश्मीर के शिक्षा मंत्री सैयद अल्ताफ बुखारी ने शनिवार को कठुआ दुष्कर्म-हत्या कांड को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को अपनी भावनाओं पर काबू रखकर कक्षा में लौटने की सलाह दी।
मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘कठुआ की घटना के बाद हमने छात्रों को अपनी भावनाएं और गुस्सा बाहर निकालने का मौका दिया था। अब छात्रों को अपनी भावनाओं पर काबू रखना चाहिए और अपनी कक्षा में वापस जाना चाहिए।’
मंत्री ने कहा कि कश्मीर अशिक्षितों की पीढ़ी तैयार नहीं कर सकता। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से छात्रों की अकादमिक गतिविधियां फिर से शुरू करने में मदद करने का आग्रह किया।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वर्तमान हालात जारी रहे तो राज्य सरकार को शिक्षा संस्थान मजबूरन बंद करने पड़ेंगे। उन्होंने कहा, Òछात्रों की सुरक्षा हमारी पहली चिंता है। इसलिए हमने स्कूल और कॉलेज बंद किए थे।’
जनवरी माह में आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और बाद में उसकी हत्या कर दी गई थी। बच्ची का शव जम्मू के रसाना इलाके से बरामद हुआ था। इसके बाद से कश्मीर में इंसाफ की मांग को लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं।
इस मामले ने तब तूल पकड़ा, जब खुद को वकील के बजाय हिंदू मानने वाले लोगों ने पुलिस को आरोपपत्र दाखिल करने से रोका और आरोपियों के समर्थन में तिरंगा ध्वज के साथ प्रदर्शन किया। राज्य सरकार के भाजपा कोटे से दो मंत्री भी आरोपियों को बचाने की मुहिम में कूद पड़े। इन दोनों मंत्रियों को बाद में इस्तीफा देना पड़ा।
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