जम्मू & कश्मीर के गंदरबल जिले में एक जांच चौकी पर कल शाम सादे कपड़ों में निजी वाहनों में जा रहे सैनिकों को जांच के लिए रोके जाने के बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी जिसमें 7 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए।
पुलिस ने सेना के 24 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) इकाई से जुड़े सैन्यकर्मियों पर मामला दर्ज कर लिया है। सैन्यकर्मियों की कथित पिटाई के चलते अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी पर तैनात एक सहायक उपनिरीक्षक सहित 7 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। जम्मू…कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य ने मामले को सेना के चिनार कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जे एस संधू के समक्ष उठाया।
बहरहाल सेना ने आज कहा कि उसने घटना को पुलिस के साथ सुलझा लिया है और इसे छोटी झड़प बताया। रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने यहां कहा कि इस तरह की घटनाओं को फिर होने से रोकने के लिए कदम उठाए गए हैं। घटना तब हुई जब यात्रा के आधार शिविर बालटाल से सादे कपड़ों में सैन्यकर्मियों को लेकर निजी वाहन लौट रहे थे और उन्हें सोनमर्ग जांच चौकी पर रूकने का इशारा किया गया था। बहरहाल वाहन नहीं रूके और गंदरबल की तरफ बढ़ते रहे।
अधिकारियों ने कहा कि सोनमर्ग में पुलिसकर्मियों ने वाहनों को रोकने के लिए अगली जांच चौकी गुंड को संदेश दिया। उन्होंने कहा कि गुंड पहुंचने पर पुलिसकर्मियों ने जांच चौकी पर वाहनों को रोका और आगे नहीं जाने दिया क्योंकि यात्रा वाहनों के जाने का समय बीत चुका था।
पुलिस ने सैनिकों से कहा कि कड़े निर्देश हैं कि निश्चित समय के बाद यात्रा वाहनों के आने…जाने पर पूरी तरह रोक लगाई जाए क्योंकि इससे उनको खतरा हो सकता है।
अधिकारियों ने बताया कि बहरहाल सैनिकों ने 24 राष्ट्रीय राइफल्स इकाई के अपने साथियों को बुलाया जिन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक स्थानीय लोगों ने पुलिसकर्मियों को बचाया। उन्होंने कहा कि सैनिक इसके बाद गुंड थाने पहुंचे और वहां तोडफ़ोड़ की तथा वहां रखे रिकॉर्ड को क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने वहां तैनात पुलिसकर्मियों की भी पिटाई की।
उन्होंने कहा कि सैनिकों ने पुलिसकर्मियों ने डेस्कटॉप और लैपटॉप को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त करने के अलावा वहां रखी डेली डायरी (डीडी) को भी फाड़ दिया।