श्रीनगर : रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पार से किसी भी हमले का जवाब देने के लिए सैनिकों को तैयार रहने का आहवान किया और उन्होंने राष्ट्रीय अखंडता के लिए इन चुनौतीपूर्ण स्थितियों का सामना कर रहे प्रत्येक सैनिक की वीरता, त्याग और देशभक्ति की सराहना की।
श्री जेटली ने कल रात यहां सेना के शीर्ष कमांडरों के साथ एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पूरे देश को सैनिकों पर नाज है। बैठक में मौजूद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रक्षा मंत्री को एलओसी और आईबी की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। पुंछ जिले में एलओसी पर दो भारतीय सैनिकों के शवों के साथ बर्बरता किये जाने के बाद पाकिस्तान सैनिक एलओसी और आईबी पर आये दिन संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहे है।
नयी दिल्ली से कल शाम यहां पहुंचे श्री जेटली आज यहां जीएसटी परिषद की 14वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे। श्री जेटली को आतंकवादी गतिविधियों, छात्रों के पथराव और संघर्ष विराम के उल्लंघन के बारे में जानकारी दी गयी। रक्षा मंत्री ने एलओसी और आईबी पर तैनात फिल्ड कमांडरों को सीमा पार से किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कहा। सैन्य कमांडरों ने श्री जेटली को बताया कि सीमा पार से किसी भी नापाक हरकत का जवाब देने के लिए पहले से ही कदम उठाये जा रहे है।
बड़ी संख्या में आतंकवादी घुसपैठ की फिराक में
श्री जेटली को बताया गया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से बड़ी संख्या में प्रशिक्षित आतंकवादी इस ओर घुसपैठ करने का इंतजार कर रहे है। सैन्य कमांडर ने हालाकि कहा कि सीमाओं पर तैनात सैनिक घुसैपठ के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए पूरी तरह से सतर्क है।
(वार्ता)