भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी को ‘लूट’ बताने पर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए आज कहा कि जिन्होंने कालेधन को लेकर कोई कदम नहीं उठाया और जिनके कार्यकाल में दस वर्षों तक ‘नीतियों को लेकर पंगुता’ थी वे नोटबंदी की नैतिकता पर सवाल उठा रहे हैं।
नोटबंदी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा का एक साल पूरा होने के मौके पर यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में जेटली ने कहा कि लूट तो कांग्रेस के समय में हुई थी जब टू जी, राष्ट्रमंडल खेल और कोयला आवंटन जैसे घोटाले किये गये। जेटली ने कहा कि कांग्रेस का यह इतिहास रहा है कि उसने कालेधन के खिलाफ कोई बड़ा कदम नहीं उठाया।
नोटबंदी के खिलाफ आठ नवंबर को ‘काला दिवस’ मनाने जा रही कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए जेटली ने कहा कि कालेधन और अर्थव्यवस्था में दृष्टिकोण को लेकर उसमें और भाजपा में फर्क है। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में ‘नीतियों को लेकर पंगुता’ थी जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में ‘ढांचागत सुधार’ हुए।
अरुण जेटली ने यह भी कहा, ”नोटबंदी के बाद टैक्स भरने वालों की संख्या में इजाफा भी हुआ है।” उन्होंने कहा, ”कैश लेस अर्थव्यवस्था बनना हमारी सरकार की बड़ी उपलब्धि है। नोटबंदी से साफ सुथरी अर्थव्यवस्था बनी है।”
कांग्रेस की मुख्य प्राथमिकता ‘एक परिवार की सेवा करना’ है जबकि भाजपा ‘देश की सेवा’ के लिए है। भाजपा नेता ने कहा कि कालेधन के खिलाफ अभियान नैतिक रूप से सही है इसलिए यह राजनीतिक रूप से भी सही है।
Congress’s primary object is to serve the family and our primary object is to serve the nation : Finance Minister Arun Jaitley
— ANI (@ANI) November 7, 2017