कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य श्री जयेन्द्र सरस्वती का आज निधन हो गया है। वह 82 वर्ष के थे। जयेन्द्र सरस्वती को सांस लेने में आ रही दिक्कत के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था, इसी दौरान उनका देहांत हुआ। उनका निधन कांचीपुरम के प्राइवेट अस्पताल में हुआ है। उन्हें 1994 में कांची मठ का प्रमुख बनाया गया था। बता दें कि 18 जुलाई 1935 को जन्मे जयेन्द्र सरस्वती कांची मठ के 69वें शंकराचार्य थे। वह 1954 में शंकराचार्य बने थे। कांची मठ के द्वारा कई सारे स्कूल, आंखों के अस्पताल चलाए जाते हैं।
Kanchi Mutt head Jayendra Saraswathi passes away at the age of 82. pic.twitter.com/rEMr90sfRC
— ANI (@ANI) February 28, 2018
आपको बता दें कि कांची मठ तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थापित है। यह पांच पंचभूतस्थलों में से एक है। यहां के मठाधीश्वर को शंकराचार्य कहते हैं। यह दक्षिण भारत के महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है।
बीजेपी नेता राम माधव ने जयेन्द्र सरस्वती के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि वह सुधारवादी संत थे, उन्होंने समाज के लिए काफी काम किए।
Sad news of the Mahasamadhi of Kanchi Acharya Pujya Jayendra Saraswati maharaj. He was a reformist saint, kept himself engaged in nation-building initiatives. Reverential pranams to d departed holy soul.
— Ram Madhav (@rammadhavbjp) February 28, 2018
वही, केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने भी जयेन्द्र सरस्वती के निधन पर दुख जताया।
Shocking& saddening news of Mahasamadhi of Kanchi Acharya Pujya Jayendra Saraswati ji,revered saint, worshipped by millions.
— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) February 28, 2018
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें।