अखिल भारतीय पेशेवर कांग्रेस के अध्यक्ष और सांसद शशि थरूर ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे जो ताकत उभरेगी, वह भारतीय जनता पार्टी जैसी हिन्दुत्ववादी शक्तियों द्वारा जनता की आजादी पर हमले के खात्मे की शुरुआत करेगी। डा. थरूर ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कर्नाटक के मतदाताओं से आग्रह किया कि वे भाजपा की‘नौटंकी’पर विराम लगाकर इस चुनाव में उसे पराजित करें, क्योंकि यह न सिर्फ विकास की राजनीति के लिए बल्कि जनता की स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है। जनता को उन शक्तियों के खिलाफ मजबूती से खड़ी होना चाहिए जो लोगों के पहनावे, खाने, प्यार करने और मनचाही भाषा बोलने या देवता के पूजने पर अंकुश लगाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि कई दशकों में पहली बार कर्नाटक में किसी सरकार ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है, जो सिद्दारामैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का अभूतपूर्व रिकॉर्ड है। वर्ष 2013 के चुनाव के दौरान 95 प्रतिशत वायदे पूरे किए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक की जनता के सामने मौका है कि वे कांग्रेस पार्टी को फिर से चुनकर विकास की राजनीति को पुरस्कृत करें और भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को खारिज कर दें।’
डॉ. थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष के वक्तव्य का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा प्रत्याशियों की सूची देखने में‘मोस्ट वांटेड’सूची लगती है। उन्होंने कहा कि इस सूची में पक्षपात और सांप्रदायवाद को हवा देने वालों को जगह दी गयी है। भाजपा की पूर्व सरकार के दौरान राज्य ने तीन मुख्यमंत्री देखे। पहले मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के आरोपों में इस्तीफा दिया था। इसलिए मतदाताओं को ऐसी पार्टियों को खारिज कर देना चाहिए।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर बेंगलुरु शहर की प्रतिष्ठा गिराने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह दुनियाभर में सबसे खूबसूरत शहरों में शामिल रहा। बेंगलुरु में भारत के अन्य शहरों के मुकाबले सबसे ज्यादा निवेश और लाखों की संख्या में गुणवत्तापूर्ण रोजगार मुहैया होता है। उन्होंने कहा, ‘मैं मानता हूं कि शहरीकरण से एक बडा बदलाव आता है। अपने दुष्प्रचार की जगह प्रधानमंत्री को इस तरह के खूबसूरत शहर को प्रतिष्ठा को कम नहीं करना चाहिए, बल्कि उसे ऊंचाई पर ले जाने में सहायक बनना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि 2019 के आम चुनावों के बाद भाजपा की नफरत की राजनीति का खात्मा होगा, क्योंकि इसने भारत को‘घायल’किया है। उन्होंने कहा कि ‘गोरक्षा’ के खतरे और असहिष्णुता के उभार से जनता हताश है और आगामी लोकसभा चुनाव में मतदाता भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाएगा।
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