जम्मू & कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के एक गांव और नजदीक के जंगलों में सुरक्षा बलों ने आज खोजी अभियान चharलाया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों के छुपे होने की खुफिया जानकारी मिलने पर विशेष अभियान दल (एसओजी), सेना और सीआरपीएफ के जवानों ने कुपवाड़ा के हंदवाड़ में हंजिन गांव और उससे लगे जंगलों में संयुक्त रूप से खोजी अभियान चलाया।
अभियान के दौरान हालांकि अभी तक कोई आतंकवादी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
इससे पहले दो दिसंबर को हंडवाड़ में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के कार्यकर्ता अफ्फाक अहमद भट एलियास अबु हुराइरा को गिरफ्तार कर उनके दो ठिकानों को नष्ट कर दिया था।
वही, आज कश्मीर घाटी में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर सुरक्षा बलों द्वारा कथित रूप से मानवाधिकार के उल्लंघन किये जाने को लेकर हड़ताल के आह्वान पर आज यहां सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।
प्रशासन ने शहर-ए-खास और श्रीनगर में सिविल लाइन से लगे कुछ पुराने इलाकों में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिये एहतियातन कर्फ्यू सरीखे प्रतिबंध लगा दिये। पिछले दो महीनों से हड़ताल से अछूता रहा प्रसिद्ध संडे मार्केट भी बंद रहा। सुरक्षा कारणों से घाटी में रेल सेवा भी रद्द कर दी गयी।
श्रीनगर की नयी बस्ती में हालांकि कुछ निजी वाहनों के साथ-साथ कैब, ऑटो प्रतिबंध रहित क्षेत्रों में चलते हुए पाए गये। हरि सिंह हाई स्ट्रीट को लाल चौक से जोड़ने वाले अमीरा कडल पुल इस दौरान बंद रहा। एक तरफा पैदल मार्ग हालांकि बंद रहा लेकिन वाहन सवारों को अपेक्षाकृत लम्बे बडशाह पुल मार्ग से जाने की अनुमति दी गयी।
शहर के मुख्य बाजार लाल चौक, बडशाह चौक, रीगल चौक, मैसुमा, हरि सिंह हाई स्ट्रीट, बाटमालू, मौलाना आजाद रोड, रेजीडेंसी रोड और डल गेट पर हड़ताल का असर रहा।
बुलैट प्रूफ जैकेट पहने और हथियारबंद अतिरिक्त सुरक्षा बलों को एहतियातन प्रतिबंध से मुक्त क्षेत्रों में गश्त लगाते देखा गया।
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