रायपुर:छत्तीसगढ़ के शराब कारोबारी केडिया समूह पर आयकर विभाग की जांच में अकूत संपत्ति मिली है। समूह के 38 ठिकानों में शुरूआती कार्रवाई में पांच करोड़ नकद, साढ़े तीन सौ एकड़ जमीन, 30 बैंक खाते, करोड़ों की ज्वेलरी का खुलासा हुआ है। मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ की अन्वेषण शाखा ने केडिया समूह के ठिकानों पर मंगलवार सुबह दबिश दी थी। इस कार्रवाई में समूह के सफेद-काले का पता चला है।
समूह ने अपना सालाना टर्नओवर 296 करोड़ का बताया है। नोटबंदी के समय कंपनी ने 14 करोड़ रुपए पुराने नोट भी बैंकों में जमा करवाए थे। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में भी कंपनी ने 1 करोड़ से अधिक की राशि जमा की थी। जांच पड़ताल में अब तक जो जानकारी सामने आई है, वो चौंकाने वाली है। 350 एकड़ जमीन, करोड़ों रुपए के शेयर पेपर और रियल स्टेट कारोबार के नए साइड तथा प्रोजेक्ट के दस्तावेज मिले हैं।
आयकर अफसर शराब व रियल इस्टेट से जुड़े कारोबारी के दफ्तर में लेनदेन के पेपर, स्टॉक व पिछले 3 साल के उत्पादन की जांच कर रहे हैं। कंपनी को नुकसान में चलना दिखा कर करोड़ों की कर चोरी की गई है। रियल स्टेट में गत वर्ष नए प्रोजेक्ट शुरू किए थे। छत्तीसगढ़ में 6 स्थानों पर शराब कारोबारी के ठिकानों पर जांच चल रही है। इसके अलावा मध्यप्रदेश, प. बंगाल, उत्तरप्रदेश, झारखंड और महाराष्ट्र में जांच की जा रही है।
छत्तीसगढ़ के भिलाई, दुर्ग व कुम्हारी समेत 6 स्थान, मध्यप्रदेश के इंदौर, बड़वाह, धार, सतना, कटनी, जबलपुर, ग्वालियर और उत्तरप्रदेश के नोएडा, प. बंगाल के कोलकाता के ठिकाने शामिल हैं। इस कार्रवाई में 250 से अधिक अफसर व 200 पुलिस कर्मियों को तैनात किए गए हैं।