महाराष्ट्र CM देवेंद्र फडणवीस पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए बीजेपी के असंतुष्ट नेता एकनाथ खड़से ने आज कहा कि राज्य में मंत्री बोलने से ‘‘डरते हैं.’’ खड़से ने 2016 में एक जमीन सौदे में भ्रष्टाचार और हितों के टकराव के आरोप को लेकर राज्य के राजस्व मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वह अपने राजनीतिक पुनर्वास के लिए संघर्षरत हैं और कई बार फडणवीस पर निशाना साधते रहे हैं।
हालांकि इसके साथ ही खड़से ने कई अच्छी योजनाएं शुरू करने के लिए बीजेपी और महाराष्ट्र सरकार की प्रशंसा भी की।
एकनाथ खड़से ने संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि मंत्री और पार्टी कार्यकर्ता निर्देश के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर देखते हैं। मंत्री इस भय से बोलने से डरते हैं कि कहीं वे ऐसी स्थिति में नहीं फंस जाएं जिसके लिए वे पहले से तैयार न हों।
इसके पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कार्यशैली से नाराज चल रहे बीजेपी सांसद नाना पटोले ने पार्टी और लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था। वो अब कांग्रेस का हाथ थाम चुके हैं।
गौरतलब है कि एकनाथ खडसे की कुर्सी इस समय खतरे में थी चूंकि एमआईडीसी जमीन घोटाले में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और प्रदेश बीजेपी से रिपोर्ट मांगी थी। इस बात की संभावना थी कि पार्टी 10 जून के बाद उन पर करवाई कर सकती थी। इसलिए अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के फोन कॉल और जमीन घोटाले में घिरे खडसे पार्टी से अलग-थलग पड़ रहे थे। इसलिए इस्तीफे के बाद एकनाथ खड़से ने कहा था कि मेरे खिलाफ लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं।
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