नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार में इस हफ्ते कैबिनेट में फेरबदल और विस्तार होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक यह विस्तार इसी हफ्ते संभव है। सूत्रों का कहना है कि इस कड़ी में बीजेपी के कुछ मंत्रियों को अपने पद से हाथ धोना पड़ सकता है। माना जा रहा है कि इस विस्तार में जेडीयू और एआईएडीएमके नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में नीतीश कुमार की जेडीयू ने फिर से बीजेपी के साथ नाता जोड़ते हुए बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होने की घोषणा की है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि इस विस्तार में दो-दो जेडीयू और एआईएडीएमके से मंत्री बनाए जा सकते हैं।
एआईएडीएमके के पनीरसेल्वम और पलानीस्वामी गुट में समझौता
उधर, चेन्नई में एआईएडीएमके के पनीरसेल्वम और पलानीस्वामी गुट के बीच समझौता हो गया है। पनीरसेल्वम को राज्य में उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा। खबरें हैं कि एकजुट होने के बाद इस पार्टी के भी एनडीए में शामिल होने की उम्मीद है। इस आधार पर कहा जा रहा है कि एआईएडीएमके से किन्हीं दो को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
चार साल बाद जदयू एक बार फिर एनडीए का हिस्सा बना
उल्लेखनीय है कि 19 अगस्त को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बीजपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल के प्रस्ताव पर औपचारिक मुहर लगाई गई। इसके साथ ही नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू के केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा बनने का रास्ता साफ हो गया। दरअसल हाल में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने नीतीश कुमार को एनडीए में शामिल होने का औपचारिक आमंत्रण दिया था। यह आमंत्रण नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ गठबंधन करने के बाद दिया गया था।
इस तरह चार साल बाद जदयू एक बार फिर एनडीए का हिस्सा बन गई है। उससे पहले 17 साल तक यह एनडीए का हिस्सा थी लेकिन 2013 में नरेंद्र मोदी को जब बीजेपी की तरफ से पीएम पद का उम्मीदवार बनाया गया तो विरोध में जदयू, एनडीए कैंप से बाहर हो गया था।