पूर्वोत्तर के तीन राज्यों मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना जारी है । आपको बता दे कि देश भर में मोदी सरकार की लहर बरकरार होती दिखाई दे रही है। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव 2018 के रुझानों में भाजपा को बहुमत मिल रहा है। त्रिपुरा में 25 साल बाद लेफ्ट के किले को ढहाते हुए बीजेपी ने पहली बार सत्ता हासिल कर ली है। यहां पर कांग्रेस का जैसे सफाया हो गया है। बीजेपी 2/3 बहुमत की ओर बढ़ रही है। वहीं पर पिछली बार बीजेपी को 1.54 प्रतिशत वोट मिले थे और इस बार सरकार बनाने की ओर बीजेपी आगे बढ़ती जा रही है।
इसी के साथ बीजेपी ने यह भ्रम भी तोड़ दिया कि बीजेपी केवल हिंदी भाषी राज्यों की पार्टी है. बीजेपी ने यह साबित कर दिया है कि वह पैन इंडिया यानी पूरे भारत की पार्टी है। आखिर बीजेपी ने कौन सी रणनीति अपनाई जो 25 साल पुरानी मानिक सरकार को त्रिपुरा से उखाड़ दिया है।
वहीं, नागालैंड में बीजेपी अपनी सहयोगी के साथ सरकार बनाने की ओर अग्रसर दिखाई दे रही है। उधर, मेघालय में कांग्रेस की सरकार 10 सालों से थी और इस बार वहां त्रिशंकु विधानसभा दिखाई दे रही है। बीजेपी यहां पर भी इस कोशिश में है कि वहां पर बीजेपी की सरकार बने।
आपको बता दे कि 2013 के चुनावों में बीजेपी यहां खाता भी नहीं खोल पाई थी। इस बार शुरुआती रूझानों में पार्टी 40 सीटों का आंकड़ा छू रही है। रुझानों में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिलने से कार्यकर्ता खुश नजर अा रहे हैं। अगरतला में बीजेपी कार्यालय के पास कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे हैं।
कुल 59 सीटों में से 40पर बीजेपी आगे चल रही है, वहीं 25 सालों से सत्ता पर काबिज लेफ्ट पार्टी 17 सीटों पर आगे है। बीजेपी को अब तक 50 फीसदी वोट मिले हैं, वहीं लेफ्ट के पक्ष में 45 फीसदी वोट गए हैं। पिछले चुनावों में लेफ्ट को 49 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी का खाता भी नहीं खुला था।
सीपीएम की ओर से मौजूदा मुख्यमंत्री माणिक सरकार ही इस बार भी सीएम का चेहरा थे। जबकि बीजेपी से किसी को सीएम का चेहरा आगे करके चुनाव नहीं लड़ा है। बीजेपी ने पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा है। माणिक सरकार की बेदाग छवि लेफ्ट के लिए प्लस प्वाइंट है। वहीं बीजेपी राज्य के पिछड़ने के लिए लेफ्ट को जिम्मेदार बता रही थी।
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