विपक्षी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू & कश्मीर में दखलंदाजी करने के लिए आज पाक पर निशाना साधा और कहा कि स्थायी निवासियों को विशेष अधिकार और विशेष लाभ दिलवाने वाला अनुच्छेद 35ए राज्य की जनता के लिए एक रक्षा कवच की तरह है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने बृहस्पतिवार को एक वक्तव्य में आरोप लगाया था कि भारत जम्मू-कश्मीर की आबादी की संरचना को बदलने की कोशिश कर रहा है।
मुख्य विपक्षी दल ने स्थानीय बीजेपी पर भी मुद्दे को राजनीतिक तथा सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया और अनुच्छेद 35ए पर जम्मू क्षेत्र में जनमतसंग्रह कराने की मांग की।
यह अनुच्छेद राज्य की विधानसभा को राज्य के स्थायी नागरिकों की व्याख्या करने का अधिकार देता है, इसके तहत स्थायी नागरिकों को विशेष अधिकार और विशेष लाभ प्राप्त होते हैं।
प्रांतीय अध्यक्ष देवेंद सिंह राणा ने अनुच्छेद 35ए के लाभों से जनता को अवगत करवाने के लिए एक अभियान की घोषणा की जिसकी शुरूआत पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला द्वारा यहां 14 अगस्त को सम्मेलन के आगाज के साथ की जाएगी। इसी दिन वे कश्मीर में भी एक अन्य सम्मेलन की शुरूआत करेंगे।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर के विभिन्न पदाधिकारी इसमें शामिल होंगे और बाद में यहां से प्राप्त जानकारी जमीनी स्तर तक पहुंचाएंगे।
यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से जारी वक्तव्य ऐसा लगता है कि मुद्दे को भारत बनाम पाकिस्तान बनाने की साजिश है।