जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों को टेरर फंडिंग की जांच कर रही NIA ( आतंकवाद-रोधी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ) को बड़ी कामयाबी मिली है। NIA ने इस मामले में आतंकी सैयद सलाहुद्दीन के बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। सलाहुद्दीन के बेटे शाहिद यूसुफ को NIA ने 2011 हवाला फंडिंग केस में अरेस्ट किया है। टेरर फंडिंग की जांच कर रही NIA के लिए इस गिरफ्तारी को काफी बड़ा माना जा रहा है।
आपको बता दें सुरक्षा बलों के लिए यह एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। सैयद सलाहुद्दीन का बेटा जम्मू-कश्मीर सरकार के कृषि विभाग में जूनियर इंजिनियर है। और उसे वर्ष 2011 के आतंकवाद फंडिंग केस के सिलसिले में दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। सैयद शाहिद यूसुफ पर कश्मीर में जारी आतंकवाद में इस्तेमाल किए जाने के लिए सलाहुद्दीन के इशारे पर सीरिया से रकमें लेने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक, ये रकमें 2011 और 2014 के बीच चार किस्तों में भेजी गईं।
इस मामले में आरोपी बनाए गए चार शख्स दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। जबकि दो का कुछ अता-पता नहीं है। हाल ही में NIA ने इस मामले की जांच फिर शुरू की थी। और उसका मानना है कि फोन कॉल रिकॉर्ड के रूप में उनके पास सबूत मौजूद हैं।
सूत्रों के मुताबिक युसूफ ने एजाज द्वारा वेस्टर्न यूनियन के जरिए भेजी गई रकम स्वीकार की है। एनआईए के पास इस बात के सबूत हैं कि सऊदी अरब और भारत से पैसे भेजे गए हैं। सूत्रों का कहना है कि भेजे गए पैसे का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में किया गया था। एनआईए के पास युसूफ और एजाज के बीच बातचीत के सबूत भी हैं।
NIA के एक सीनियर अधिकारी ने बताया है कि हमारे पास रकम ट्रांसफर किए जाने के सभी दस्तावेज और कॉल रिकॉर्ड हैं। इन पुख्ता सबूतों के आधार पर ही हमने युसूफ को गिरफ्तार करने का फैसला लिया है।
आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों से सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के रिश्तेदारों और हवाला के जरिए उन्हें पैसे पहुंचाने वालों के खिलाफ अपनी सख्ती बढ़ा दी है। सलाहुद्दीन ने दो शादी की है और शाहिद यूसुफ उसकी पहली पत्नी का बेटा है। हिज्बुल चीफ अपनी दूसरी पत्नी के साथ पाकिस्तान में रहता है। इसी साल यूनाइटेड नेशंस ने सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित किया है।