भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने पूर्व वित्त मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम पर आयकर विभाग से अपनी संपत्ति छिपाने का आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार के मामले में उनकी तुलना पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से की है। श्रीमती सीतारमण ने आज यहां पार्टी कार्यालय में पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि चिदंबरम ने अपने आयकर का विवरण भरते समय ब्रिटेन के कैम्ब्रिज में अपनी पांच करोड़ 37 लाख की संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है और इसके आलावा उन्होंने ब्रिटेन में ही अन्य स्थानों पर 80 लाख रुपये की अपनी अन्य संपत्ति का भी जिक्र नहीं किया है।
चिदंबरम ने अमेरिका में भी अपनी 3.28 करोड़ की संपत्ति आयकर विवरण में नहीं बतायी है। उन्होंने कहा कि श्री चिदंबरम संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के काल में वित्तमंत्री और गृहमंत्री जैसे जिम्मेदार पदों पर रह चुके हैं इसीलिए आयकर विवरण में अपनी सम्पत्तियों का विवरण न देना चार्टर्ड अकाउंटेंट की भूल नहीं कही जा सकती है। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग ने श्री चिदंबरम के खिलाफ चार आरोप पत्र दायर किए हैं और उनकी जाँच चल रही है।
उन्होंने कहा कि वह जानना चाहती हैं कि क्या कांग्रेस में भी नवाज शरीफ जैसे लोग हैं और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जो कि खुद नेशनल हेराल्ड मामले में जमानत पर हैं, क्या चिदंबरम के खिलाफ जांच कराएंगे। उन्होंने कहा कि श्री शरीफ को तो वहां के उच्चतम न्यायलय ने विदेशों में अपनी संपत्ति को आयकर विवरण में छिपाने के मामले में पांच साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोज्ञ करार कर दिया है, क्या कांग्रेस अपनी पार्टी के ‘नवाज शरीफ’ के बारे में कुछ कहेगी।
श्रीमती सीतारमण ने कहा कि श्री चिदम्बरम के 21 विदेशी बैंकों में खाते है और 14 देशों में उनकी संपत्ति है। उसकी सारी जानकारी पता लगाई जा रही है और ब्रिटेन की संपत्ति का विवरण तो मीडिया में भी आ चुका है। अब समय आ गया है कि राहुल गांधी बोले क्योंकि वह अक्सर भ्रष्टाचार पर बोलते रहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेशों में जमा काला धन और भारत में मौजूद काला धन को बाहर लाने के लिए कृतसंकल्प है और यह उनका चुनावी वादा भी था। भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए ही उन्होंने विदेशों में जमा काले धन को सार्वजानिक करने के लिए आयकर कानून 2015 में संशोधन किया और विदेशों में जमा धन को अपने आयकर विवरण से आंशिक या पूर्ण रूप से छिपाने को अवैध बनाया।
ऐसे मामले में 120 प्रतिशत जुर्माने की व्यवस्था है तथा जेल भेजे जाने का भी प्रावधान है। उनसे जब यह पूछा गया कि श्री चिदंबरम के विदेशों में छिपाए गए धन की जानकारी का आधार क्या है तो उन्होंने कहा कि मीडिया में छपी हुई खबरों के आधार पर ही वह ये आरोप लगा रही हैं। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि श्री चिदंबरम ने 2016 के आयकर विवरण में ब्रिटेन और अमेरिका की संपत्ति का जिक्र नहीं है और 2009 में भी आयकर विवरण में इस संपत्ति का जिक्र नहीं किया है। श्रीमती सीतारमण ने हालांकि यह नहीं बताया कि अमरीका के किस शहर में उनकी संपत्ति है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और कैंब्रिज में संपत्ति का विवरण भी उन्हें मीडिया से मिला है लेकिन ब्रिटेन में 80 लाख की संपत्ति का जिक्र मीडिया में नहीं आया है।
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