30 मई की सुबह दिल दहलाने वाली ऐसी घटना जिसने 19 वर्षीय मां और 8 महीने मासूम बच्चे की है जो मैट्रो की पीली लाइन में यात्रा कर रहे थे। एक दिन पहले की रात उसके साथ ड्राइवर और अन्य यात्रिायों के द्वारा बलात्कार किया गया। पीडि़त महिला ने 6 जून को अखबार के द्वारा अपना दर्द जाहिर करते हुए जब उसके मासूम बच्चे को गुरूग्राम के मानेसर एक सड़क के किनारे फेंक दिया उसी क्षण महिला के साथ बलात्कार किया गया था।
उसके साथ ऐसी जगह बलात्कार हुआ जहां पर मदद करने वाला कोई नहीं था। जब वहां से आधी रात के 2 बजे पुरूष भाग गए तो उसने सुबह होने तक का इंतजार किया और अपने बच्चे को गोदी में लेकर अपने सुसराल पुराने गुडग़ांव चली गई । अपने सुसर के साथ उसने वहां के एक डॉक्टर को बच्चे को दिखाया और डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित किया परंतु महिला ने डॉक्टर पर विश्वास न करते हुए वह दिल्ली से तुगलकाबाद रवाना हो गयी। जहां उसके माता-पिता रहते हैं। वह मेट्रो में यात्रा के दौरान उसे एक अन्य डॉक्टर मिला जिसने बताया कि बच्चे की मृत्यु हो गर्ई है। गुरूग्राम से लौटी और उसने एमजी रोड पर उतरकर पुलिस में एफ आईआर कराने के बाद जहां उसका पति और पुलिस उसका इंतजार कर रहे थे।
29 मई की रात पड़ोसियों से हुई लड़ाई के बाद वह वहां रूकना नहीं चाहती थी और वह अपनी बच्ची के साथ घर छोड़कर एक गांव आईएमटी मानेसर के पास रात नहीं गुजराना चाहती थी क्योंकि उस समय पति का साथ न होने के कारण वह अकेले नहीं जाना चाहती थी।
उसी समय एक ट्रक चालक ने उसे एनएच 8 पर लिफ्ट दी लेकिन वह व्यक्ति बहुत नशे में था और वह आदमी उसको परेशान कर रहा था तभी वह कुछ मिनट बाद ही ट्रक से उतर गई और उसने फिर ऑटो की तरफ हाथ हिलाया उस गुरूग्राम वाले ऑटो में पहले से ही दो व्यक्ति यात्रा कर रहे थे।
जब तक चालक यह दिखाता रहा कि वह खेरकी दौला टोल प्लाजा से किसी सवारी को बैठा रहा है जब तक उसने यू-टर्न नहीं लिया। ऑटो में सवारी कर रहे यात्री ने महिला के साथ यौन संबंध बनाने कि कोशिश की जबकि उसका बच्चा गोद में बैठा रो रहा था। कुछ दूरी के बाद यू-टर्न लिया तो ऑटो चालक ने दूसरी यात्राी से कोड वर्ड में कहा हरि खेना ला(हरि भोजन लाओ) वार्तालाप करना शुरू किया ऐसा महिला ने एफआईआर में बोला।
उन्होंने आईएमटी रोड पर ऑटो से महिला को बाहर खींच लिया और एक खाली मकान में ले गए वहां जाकर उन आदमियों में से एक ने बेटी को छीन लिया और उस बच्ची के मुंह को तेज से बंद किया ताकि उस बच्ची की रोने की आवज न आ सकें। और बच्ची को एक आदमी ने बारी-बारी पकड़ा और एक-एक पुरुष ने महिला के साथ बलात्कार किया। जब वह महिला के साथ बलात्कार करने के बाद जाने के लिए तैयार हो गए तो उन्होंने बच्ची को सड़क पर फेंक दिया।
उस महिला ने यह एफआईआर में यह बात कही। उसने बच्ची को उठा कर अपनी गोदी में लिया और वह एक फैक्टी पेंसिल लिमिटेड में गर्ई जहां गार्ड ने उससे सुबह तक इंतजार के लिया कहा । वह ऑटो की मदद से खंाडसा रोड तक गई वह उस समय भी अपने बच्ची के लिए सोच रही थी । उसके पास सेलफोन न होने के कारण उसके पति को यह बात बाद में पता चली जब वह आपने पिता के घर जा चुकी थी । महिला को बोला गया कि आपने बच्ची के शव को लेक एमजी रोड पर उतर गई जहां उपस्थित पति और सासुर था महिला के पति ने बोला कि इस घटना ने हमारे परिवार को तोड़ दिया है। हम अभी भी अपनी बच्ची की मृत्यु पर शोक है।