भोपाल : कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा है कि अब पंचायती राज जनप्रतिनिधियों की अपेक्षा अधिकारी राज में तब्दील हो चुका है। श्री यादव ने आज यहां जारी बयान में आदिवासी बहुल मंडला जिले में पंचायती राज दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अभिव्यक्त सशक्त पंचायत-सशक्त भारत के संकल्प पर तंज कसते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि यह उनकी ही सरकार की मंशा के अनुरूप हो रहा है। श्री यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पंचायती राज की स्थापना की थी। भाजपा सरकार ने पंचायती राज को अधिकारविहीन बना दिया है। निर्वाचित सरपंचों से चेक पर हस्ताक्षर के अधिकार तक छीन लिये गये हैं।
यही नहीं पावरलेस हो जाने के कारण आज प्रदेश में करीब एक लाख पंचों के निर्वाचन रिक्त पड़ हुए हैं। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरुण यादव ने आज कहा कि पंचायती राज की मूल भावना को प्रदेश सरकार ने खत्म कर दिया है।
श्री यादव पंचायती राज की 25 वीं वर्षगांव पर आज राजधानी भोपाल में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पार्टी के पंचायत जनप्रतिनिधियों की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला में कांग्रेस के सचिव संजय कपूर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
कार्यशाला की अध्यक्षता पूर्व विधायक अभय मिश्रा और जी पी धाकड़ ने की। श्री यादव ने कार्यशाला में कहा कि मध्यप्रदेश में पंचायती राज व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया गया है, उसे पुन: लागू किया जाए। जिससे इस योजना का लाभ गांव के अंतिम छोर के व्यक्ति तक को मिल सके और पंचायती राज को मजबूती मिल सके।
इस सरकार ने पंचायत की शक्तियां छीनकर सत्ता का केंद्रीकरण कर गरीबों, मजदूरों, किसानों, नौजवानों, महिलाओं पर कुठाराघात किया है। श्री कपूर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पंचायती राज की स्थापना की थी। भाजपायी कहते हैं कांग्रेस ने 70 सालों में क्या किया, 70 सालों का इतिहास गवाह है सुई से लेकर हवाई जहाज तक कांग्रेस की ही देन है। भाजपा गरीबों की भावनाओं से खेलकर और झूठ बोलकर आज सत्ता में बैठी है।
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