पटना : बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा कि धान खरीद की सुस्त चाल और पैक्सों का राइस मिलों से टैगिंग नहीं होने की वजह से प्रदेश में धान खरीद चक्र बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। जिसका खामियाजा हमारे मेहनतकश किसानों को भुगतना पड़ रहा है। मजबूरन वे बिचौलियों के हाथो औने दृ पौने भाव में धान बेचने को विवश और लाचार हैं।
धान खरीद चक्र में सरकारी बदइंतजामी की वजह से गरीब किसानों को अपने फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। श्री सिंह ने कहा कि टैगिंग होने के बाद राइस मिलों को अग्रिम चावल एसएफसी को देना होगा। उसके बाद पैक्सों के द्वारा राइस मिलों को धान दिया जायेगा। तदुपरांत एसएफसी चावल के बदले राशि का भुगतान पैक्सों को करेगा। इसके लिए एसएफसी को राइस मिलों का निबंधन कराना है।
लेकिन हालात यह है कि अभी तक पर्याप्त राइस मिलों का निबंधन भी नहीं हो पाया है। इसके अलावे राज्यभर में धान की खरीद भी कछुए की चाल से हो रही है। परिणामत: हमारे किसान परेशान हो रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि धान खरीद और चावल सप्लाई की प्रक्रिया तो बना दी गयी है। लेकिन यह व्यवस्था सुचारू रूप चल रही है कि नहीं, यह देखने वाला कोई नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया है कि वे स्वयं किसानों के दुख-दर्द को समझते हुए अपने स्तर से धान खरीद की समस्या को देखें और किसानों के हित में आवश्यक निर्देश संबंधित विभागों व अधिकारीयों को दें।
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