पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जमुई जिला स्वच्छता समिति की एक नोटबुक पर एक पाकिस्तानी लड़की की तस्वीर प्रकाशित किए जाने के मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जमुई जिले में ‘स्वच्छ जमुई, स्वस्थ जमुई’ अभियान के प्रचार प्रसार के लिए प्रकाशित एक नोटबुक के कवर पृष्ठ पर पाकिस्तानी झंडा बनाती एक बच्ची का फोटो प्रकाशित होने की घटना का गंभीर रूप से संज्ञान लिया है।
कार्यालय से कल जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुये पूरे प्रकरण की जांच के लिए जमुई के जिलाधिकारी को निर्देश दिया है। जिला जल और स्वच्छता समिति (डीडब्ल्यूएससी), जमुई ने स्कूली बच्चों को स्वच्छता तथा बेटी बचाव एवं बेटी पढाओ अभियान के प्रति जागरूक करने के लिए गत दिसंबर महीने में 5000 नोटबुक पटना स्थित एक फर्म से मुद्रित करवाई थी ।
इन नोटबुक की कुछ प्रतियां सरकारी स्कूलों में छात्रों के बीच वितरित की गयी थीं । सोशल मीडिया पर इस बारे में विवाद गहराने पर इसकी जो प्रतियां अबतक वितरित नहीं हुई थीं उन्हें स्कूलों से वापस ले लिया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा मामले की जांच के निर्देश दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर जमुई के जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन कर दिया गया है जिसमें वे स्वयं, जिले के उपविकास आयुक्त, ग्रामीण विकास एजेंसी के निदेशक और जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) शामिल हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि उन्होंने डीडब्ल्यूएससी के सभी 10 सदस्यों से प्रिंटिंग प्रेस के मालिक से अपना-अपना पक्ष रखने को कहा गया है ।
नोटबुक पर जिस पाकिस्तानी लड़की का फोटो छपा है वह, पाकिस्तान में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यूनिसेफ के अभियान की ब्रांड एंबेसडर रही है।
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