पुणे : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुए कथित घोटाले को लेकर आज वित्त मंत्री अरूण जेटली से ‘‘नैतिक आधार’’ पर इस्तीफा की मांग करते हुए कहा कि घोटाले से देश की बैकिंग प्रणाली पर ‘‘एक बड़ा सवालिया निशान’’ लग गया है। चव्हाण ने आरोप लगाया कि 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के कथित मुख्य षड्यंत्रकर्ता अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी को भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने उसी तरह से देश छोड़ने के लिए ‘‘सुरक्षित राह’’ मुहैया करायी जैसा उसने ‘‘विजय माल्या और ललित मोदी के लिए’’ किया था। नीरव मोदी कथित घोटाले के सामने आने से नौ महीने पहले देश छोड़ गया था। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘सरकार ने (देश छोड़ने के लिए) सुरक्षित राह मुहैया कराकर नीरव मोदी के पूरे परिवार की मदद की।’’ चव्हाण ने कहा कि जेटली ने चार दिन से पीएनबी मामले में एक भी शब्द नहीं कहा है जबकि केंद्रीय मंत्रियों निर्मला सीतारमण एवं प्रकाश जावेड़कर ‘‘जिनका बैंकिंग से कोई सीधा संबंध नहीं है’’ सरकार का बचाव कर रहे हैं।
संप्रग सरकार में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री रहे कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘पूरा मामला बेहद गंभीर है और इस घटना के बाद पूरी बैंकिंग प्रणाली पर एक बड़ा सवालिया निशान लग गया है। जेटली को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा देना चाहिए।’’ पीएनबी घोटाले को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए जेटली ने कल कहा था कि सरकार अपनी पूरी शक्ति के साथ दोषियों का पीछा करेगी और उन्हें पकड़कर ही दम लेगी। चव्हाण ने आरोप लगाया, ‘‘ललित मोदी और विजय माल्या की ही तरह वह (नीरव मोदी) भी सरकार के संरक्षण में देश से बाहर चले गए।’’
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