पंचकूला: हनीप्रीत पंचकूला पुलिस के सामने मुंह खोलने को तैयार नहीं है कि पंचकूला में हुए दंगों में उसका कोई हाथ है। हरियाणा पुलिस की आइजी (वूमेन सेल) ममता सिंह की ओर से सख्ती दिखाने के बावजूद हनीप्रीत मामले में पुलिस को सहयोग नहीं कर रही है। पुलिस द्वारा छह दिन का रिमांड मिलने के बाद हनीप्रीत से यह उगलवाने की कोशिश की गई कि 17 अगस्त को डेरे में जो बैठक हुई, उसमें वह शामिल थी, लेकिन वह बार-बार पुलिस को किसी भी बैठक में शामिल होने से मना कर रही है। पूछताछ में हनीप्रीत ने पुलिस को बताया कि दंगे करवाने की हमारी कोई योजना नहीं थी। यह शरारती तत्वों का काम है, जिन्होंने डेरे को बदनाम करने के लिए यह सब कुछ किया है। हनीप्रीत को पुलिस वीरवार को कुछ जगहों पर ले जाएगी। हालांकि पुलिस अभी इस बारे में कोई खुलासा करने को तैयार नहीं है।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि 25 अगस्त को पंचकूला में जिस हिंसक वारदात को डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों ने अंजाम दिया था, उसका ब्लूप्रिंट डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय सिरसा में एक हफ्ता पहले आयोजित एक अहम बैठक में तैयार कर लिया गया था। पंचकूला पुलिस ने इस बैठक में शामिल गुरमीत राम रहीम के निजी सचिव राकेश कुमार अरोड़ा और राम रहीम के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर प्रीतम को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
इन दोनों की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि हनीप्रीत इंसां डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में शामिल थी और उसी के कहने पर इस वारदात का की रूपरेखा तैयार की गई थी। पंचकुला पुलिस कमीशनर एएस चावला ने कहा है कि 17 अगस्त को डेरे में एक बैठक हुई थी, जिसमें हिंसा की साजिश रची गई थी। उन्होने कहा कि यह एक बेहद सवेदनशील मामला है और इसमें पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं।
उन्होने कहा कि हालांकि हनीप्रीत इंसां ने इन आरोपों को लेकर अनभिज्ञता जताई है, लेकिन इस मामले में उससे पूछताछ की जाएगी। उधर पंचकुला पुलिस ने बुधवार को हनीप्रीत को पंचकुला कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस को उमीद है कि वह डेरा प्रमुख गुरमीत रहीम की करीबी हनीप्रीत इंसां से वो सभी राज कबूलवाने में कामयाब होगी, जिसके लिए उसे गिरफ्तार किया गया है।