नयी दिल्ली : केन्द्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मामलों के मंत्री डा. हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण संकट से निपटने के लिये सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित किये जाने और मौसम के मददगार साबित होने के कारण स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है।
डा. हर्षवर्धन ने कहा कि समन्वित प्रयासों की बदौलत हवा की गुणवत्ता को खराब करने वाले प्रदूषक तत्वों पीएम 2.5 का स्तर आज शाम चार बजे तक 206.8 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पीएम 10 का स्तर 316.8 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पर आ गया है। उन्होंने इसे पिछले दो दिनों में उल्लेखनीय गिरावट बताते हुये कहा कि हवा की गुणवथा कल की तुलना में गंभीर श्रेणी से अब अत्यधिक खराब श्रेणी में आ गयी है।
उन्होंने मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुये अगले एक दो दिनों में हल्की बारिश की संभावना के मद्देनजर हवा की गुणवथा में सुधार की उम्मीद जतायी। डा। हर्षवर्धन ने कहा कि दिशानिर्देशों के तहत प्रदूषण नियंत्रण अभियान के अंतर्गत हवा की गुणवथा पर निगरानी, पानी का छिड़काव, ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध और धूल रोकने के लिये निर्माण कायो’ पर रोक जारी रहेगी।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत दिल्ली एनसीआर की सभी संबद्ध राज्य सरकारों द्वारा किये जा रहे उपायों की केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 17 नवंबर को समीक्षा की जायेगी। मंत्रालय ने इसकी नियमित समीक्षा के लिये बोर्ड के सदस्यों और संबद्ध राज्य सरकारों के पर्यावरण सचिव की मौजूदगी में समिति गठित की है। इसके अलावा मंत्रालय के स्तर पर इन उपायों की प्रतिदिन भी समीक्षा की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि 12 नवंबर को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर में तेजी से बढ़तरी होने के बाद यह खतरे के स्तर को पार कर गया था। हवा की गुणवथा को खराब करने वाले तत्वों पीएम 10 का स्तर कल 392 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पीएम 2.5 कल 262 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के स्तर पर था।