ग्वालियर : दिव्यांग एवं वृद्धजनों के सहायतार्थ मध्यप्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा शिविर 11 फरवरी को ग्वालियर में आयोजित होने जा रहा है। राष्ट्रपति के मुख्य आतिथ्य में इस दिन जीवाजी विश्वविद्यालय के खेल मैदान पर आयोजित होने जा रहे इस मेगा शिविर में लगभग 5 हजार 600 दिव्यांग व वृद्धजनों को लाभान्वित कराया जायेगा। कलेक्टर राहुल जैन ने जीवाजी विश्वविद्यालय के गालव सभागार में मीडिया सह एनजीओ कार्यशाला में शिविर के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया।
इस मौके पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शिवम वर्मा, नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा, राजेश सोलंकी,हरियाणा रेडक्रॉस सोसायटी के पदाधिकारी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने बताया कि इस मेगा शिविर में 4 हजार 271 दिव्यांगोंव वृद्धजनों को लगभग 2 करोड़ 90 लाख लागत के 8 हजार 108 कृत्रिम अंग व सहायता उपकरण मुहैया कराए जायेंगे। साथ ही लगभग 1400 दिव्यांगों को रोजगार व स्वरोजगार एवं नौकरी के प्रमाण-पत्र भी मिलेंगे।
उन्होंने बताया कि रेसकोर्स सोसायटी हरियाणा, एलिम्को, सामाजिक न्याय और प्रशासन के सहयोग से इस शिविर को भव्यता प्रदान की गई है। इस शिविर में केन्द्र व राज्य सरकार के अनुरूप दिवयांगों को सरकार की समस्त योजनाओं का लाभ दिलाने के मकसद से ग्वालियर जिले में दिव्यांगमित्र अभियान चलाया जा रहा है। दिव्यांग मित्र अभियान के तहत ही यह शिविर जिला प्रशासन, रेडक्रॉस सोसायटी हरियाणा एवं एलिम्को (कृत्रिम अंग निर्माण निगम जबलपुर) की संयुक्त भागीदारी से आयोजित हो रहा है।
एलिम्को के अधिकारियों केमुताबिक ग्वालियर में राष्ट्रपति के मुख्य आतिथ्य में होने जा रहा यह शिविर संभवत: देश का पहला सामाजिक अधिकारिता शिविर भी है। कलेक्टर ने बताया कि मेगा शिविर से पहले ग्वालियर जिले में खण्ड स्तर से लेकर ग्वालियर नगर निगम स्तर तक अलग-अलग स्थानों पर परीक्षण शिविर लगाए गए।
इन शिविरों में एलिम्को की टीम द्वारा दिव्यांग व वृद्धजनों को सहायता उपकरण व कृत्रिम अंग के लिये चिन्हित किया गया। साथ ही जिले में दिव्यांगों को रोजगार, स्वरोजगार व निजी कंपनियों को नौकरी देने के लिये रोजगार मेले भी लगाए गए। जहाँ एक ओर आयोजन स्थल को सजाया-संवारा जा रहा है, वहीं दिव्यांगजन एवं वृद्धजनों के लिये वितरित किए जाने वाले उपकरण व कृत्रिम अंग मसलन ट्राइस्किल, व्हीलचेयर,स्मार्ट केन, स्मार्ट फोन, एरियल किट, एमएसआईडी, बैशाखी व छड़ी इत्यादि विशेषवाहनों से पहुँच रहे हैं।
एलिम्को के कारीगरों द्वारा ट्राइस्किल एसेम्बलिंग काकार्य भी साथ-साथ किया जा रहा है। दिव्यांगों के सहायता वितरण शिविर में 119बैटरी चलित ट्राइस्किल, 762 ट्राइस्किल, 277 व्हीलचेयर, 1236 बैशाखी,दृष्टि बाधितों के लिये 50 स्मार्ट फोन, 34 ब्रेल केन (छड़ी), 36 ब्रेल किट व 19ब्रेल स्लेट, 30 डेजी प्लेयर, तथा बैटरी से संचालित 127 स्मार्ट केन वितरितहोंगीं।
इसके अलावा श्रवण बाधितों को 742 कान की मशीन, चलने में असमर्थ बच्चों केलिये 38 रोलेटर, मानसिक दिव्यांगों के लिये 268 एमएसआईडी किट, अस्थि बाधितदिव्यांगों के लिये 324 कैलीपर्स व प्रोस्थेसिस (कृत्रिम अंग), कुष्ठ रोगियों केलिये 26 एडीएल किट व इतने ही सेलफोन एवं सेरीब्रिल पॉलिसी अवस्था के तीनदिव्यांगों को सीपी चेयर वितरित की जायेंगीं। राष्ट्रीय वयोश्री योजना के तहत 1089 वॉकिंगस्टिक, 806 नजर के चश्मे, 250 व्हीलचेयर, 773 श्रवण यंत्र, 417 ट्राइपोड, 197टेट्रापोड, 85 कृत्रिम दांत (बत्तीसी), 14 बैशाखी व तीन फोल्डेबल वॉकर वितरित होंगे।
कलेक्टर राहुल जैन ने बताया कि चिन्हित दिव्यांगों को उपकरण वितरण हेतु कूपन उपलब्ध कराए गए हैं। कूपन लेकर न आने पर दिव्यांगों द्वारा अपना पहचान पत्र दिखाने पर उपकरण उपलब्ध कराए जायेंगे। उन्होंने चिन्हित दिव्यांगों से आग्रह किया है कि अपने साथ पहचान पत्र भी रखें, ताकि किसी प्रकार की दिक्कत उपकरण प्राप्त करने में न हो।
कलेक्टर श्री जैन ने बताया कि जीवाजी विश्वविद्यालय के मैदान पर आयोजित होने वाले दिव्यांग एवं वृद्धजन शिविर में प्रवेश हेतु अलग-अलग व्यवस्था की गई है। दिव्यांगों एवं वृद्धजनों के प्रवेश हेतु पृथक द्वार बनाया गया है। इसके साथ ही प्रेस एवं आमंत्रित अतिथियों के प्रवेश हेतु तथा सामान्य जनों के प्रवेश हेतु पृथक से प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं।
व्हीआईपीप्रवेश द्वार के अतिरिक्त तीन अन्य प्रवेश द्वारों से कार्यक्रम स्थल पर प्रवेशदिया जायेगा। कार्यक्रम में शहरी क्षेत्र के दिव्यांगों और वृद्धजनों को लाने हेतु नगर निगम के माध्यम से व्यवस्था की जायेगी। इसके लियेनिगम के सभी 25 जोनों पर दिव्यांग एवं वृद्धजनों को एकत्र कर बसों के माध्यम सेकार्यक्रम स्थल पर लाया जायेगा।
दिव्यांगों के साथ उनके सहयोग हेतु एक उनके परिजन को भी साथ में लाया जायेगा।कलेक्टर राहुल जैन ने बताया कि जिले कोदिव्यांग मित्र जिला बनाने के उद्देश्य से जिलेभर में दिव्यांगों का चयन करने हेतुशिविर लगाए गए। इन शिविरों के पश्चात भी कोई दिव्यांग चिन्हित होने से शेष रह गएहों तो उनका चिन्हांकन और परीक्षण का कार्य शिविर स्थल पर भी किया जायेगा। शिविरस्थल पर परीक्षण हेतु स्वास्थ्य दल भी उपस्थित रहेगा। परीक्षण के उपरांत जिन नएदिव्यांगों का चयन किया जायेगा। उन्हें एलिम्को के माध्यम से उपकरण आदि का वितरणआगामी दिनों में तिथि निर्धारित कर किया जायेगा।
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