लुधियाना-अजनाला : एस एस ओ सी सैल द्वारा मध्य प्रदेश पुलिस के ज्वाइंट आप्रेशन में ग्वालियर से गिरफ्तार किए गए तीन आतंकियों को आज बाद दोपहर अदालत ने 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। रिमांड के दौरान पुलिस इनसे यह जानने की भरपूर कोशिश करेंगी कि यह अभी तक किन-किन देश विरोधी कार्यवाही में और किन के सहयोग से शामिल रहें है।
जानकारी अनुसार पुलिस रिमांड में लिए गए यह आरोपी पंजाब के कुख्यात आतंकियों को खतरनाक हथियारों की सप्लाई करते थे ताकि पंजाब में लोग दहशत फैलाने के मकसद में पूरा हो सकें। इन तीनों को बुधवार की शाम पंजाब पुलिस और मध्य प्रदेश एटीएस के ज्वाइंट आप्रेशन के दौरान गवालियर से हिरासत में लिया गया था। काउंटर इंटैलीजेंसी विंग द्वारा इनके खिलाफ अजनाला के पुलिस स्टेशन रामदास में पिछले वर्ष देश विरोधी और आतंकवादी गतिविधियों की धाराओं के अंतर्गत केेस दर्ज किया गया था। जबकि कुछ दिन पहले रामदास सेक्टर से जिन दो आतंकवादियों को पुलिस और बीएसएफ ने सांझे अभियान के तहत दबोचा था उनकी निशानदेही के तौर पर इन आतंकवादियों को दबोचा गया है।
पंजाब पुलिस इन्हें कल रात ही अपने साथ पंजाब ले आई थी। पकड़े गए इन आतंकियों में केररूआं का रहने वाला बलकार सिंह सालवाइका बलविंद्र सिंह और डबरा निवासी सतिंद्र उर्फ छोटू रावत है। पुलिस के मुताबिक यह आरोपी केएलएफ से जुड़े आतंकियों को बड़े पैमाने पर हथियार सप्लाई करते थे और देश विरोधी गतिविधियों से संबंधित कई अपराधों में यह नामजद थे। पुलिस के मुताबिक दहशत फैलाने का यह काम कनाडा में रहने वाले खालिस्तानी समर्थक गुरप्रीत सिंह चीमा द्वारा संचालित किया जाता है। आगे यह भी बताया गया कि चीमा आतंकवादी गुटों का गठन करता है और पंजाब में ऐसे ही सदस्यों की सहायता से हथियारों की सप्लाई भेजता रहा है।
स्मरण रहें कि पिछले कुछ दिनों में पंजाब के केएलएफ से जुड़े कई आतंकियों को नवांशहर, लुधियाना, गुरदासपुर और अमृतसर के इलाकों से गिरफतार किया जा चुका है। इन लोगों को पड़ोसी मुल्क में रहने वाले पंजाब के कई खतरनाक और खालिस्तानी समर्थक आतंकियों से फंडिंग होती है। इन लोगों के संबंध कनाडा और जर्मन जैसे देशों में बैठे खालिस्तानी समर्थकों से जुड़े हुए है।
– सुनीलराय कामरेड