चंडीगढ़: रूस, चीन और यूएई सहित विभिन्न कंपनियों ने पंजाब के रक्षा व मेट्रो रेल प्रोजैक्टों सहित विभिन्न क्षेत्रों में व्यापारिक इकाईयां स्थापित करने की रूचि दिखाई है। एक प्रवक्ता ने बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक के बाद किया। प्रवक्ता अनुसार एनरगो ग्रुप कंपनी एलएलसी द्वारा सबेरबैंक के प्रतिनिधि पंजाब के मुख्यमंत्री से मिले और उन्होंने सूबे में अवशेष से बिजली बनाने का प्रोजैक्ट पेश किया और मुकम्मल तौर पर तैयार रिन्यूएबल ऊर्जा प्रोजैक्टों की पेशकश की। कॉर्पोरेट बैंकिंग के प्रमुख विजैन सोगोमोनीयन ने कहा कि रूस की कंपनी एनरगो ने पंजाब में बड़ी स्तर पर खोज की है और सूबो की कृषि क्षमता को देखा है। इसलिए यह पंजाब में ‘मैक इन इंडिया’ के ढांचे अधीन अवशेष से बिजली बनाने का प्रोद्यौगिकी प्लांट स्थापित करने की संभावना का पता लगाना चाहती है।
कंपनी अनुसार यह प्लांट पशुओं के गोबर और कृषि अवशेष आदि जैसे कच्चे माल से ऊर्जा पैदा करेगी। सबेरबैंक ने मुख्यमंत्री को बताया कि रूस की हैलीकाप्टर बनाने वाली कंपनी भारत में भी इसलिए एक सुविधा स्थापित करन में रूचि रखती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इसके लिए जरूरी जमीन की पेशकश करने के लिए उत्सुक है। उन्होंने सुझाव दिया कि इस संबंध में कंपनी सूबा सरकार के पास औपचारिक पेशकारी करेगी। विजैन अनुसार बहुत सी और कंपनियां भी पंजाब में डिफेंस उत्पादन इकाईयां स्थापित करने के लिए रूचि रखतीं हैं। ग्रेट ईगल ग्रुप के प्रशासनिक डायरैक्टर कार्तिक चोपड़ा ने भी मुख्यमंत्री के साथ मीटिंग दौरान लुधियाना में से एक मेट्रो प्रोजैक्ट शुरू करने के लिए चीन की रूचि संबंधी बताया।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह इसकी विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के बाद इस संबंधी संभावनाओं का पता लगाने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने शिष्टमंडल को कहा कि वह कंपनी के आधिकारियों को पंजाब सरकार के साथ संपर्क में रहने के लिए कहें। प्रवक्ता अनुसार चोपड़ा ने यूएई को निर्यात करने के लिए फूड प्रोसेसिंग इकाईयां स्थापित करने की भी पेशकश की जिस संबंधी मुख्यमंत्री ने साकारत्मक समर्थन दिया। मीटिंग में पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल और वित्त विभाग के ओर सीनियर अधिकारी भी उपस्थित थे।
(उमा शर्मा)