फिरोजपुर : फिरोजपुर और चंडीगढ़ के बीच सप्ताह में चार दिनों के लिए चलाए जाने वाली ए,सी. एक्सप्रैस यात्री गाड़ी को दिल्ली हैड क्वार्टर से मंजूरी दिए जाने के बावजूद भी अभी नही चालाया जा सका। टे्रन में देरी होने का मुख्य कारण उसके चलाए जाने और आने क े टाइम टेवल को लेकर रेल के ही दो विभागों के बीच आपासी सहमती नही बन रही जिस कारण टे्रनों के चलानेे मे देरी हो रही है । गौरतलब है कि फिरोजपुर और दिल्ली के बीच सप्ताह में दो दिन सोमवार और शुक्रवार को शताबदी एक्सप्रैस चलाई जाती है बाकी के चार दिन वह फिरोजपुर रेल यार्ड में ही खड़ी रहती है इसी टे्रन का कुछ और फायदा उठाने के लिए पूर्व डी.सी .एम रजनीश श्रीवास्तव ने एक योजना तैयार कर चार दिन के लिए इस टे्रन का नाम बदलकर फिरोजपुर और चंडीगढ़ के बीच चलाने की मंजूरी डी.आर.एम व अन्य संबधित विभागों से ली थी। बाद में इस योजना को मंजूरी के लिए उन्होंने दिल्ली हैड़ क्वार्टर भेज दिया था जहां करीब दो माह बाद उसे मंजूरी दे गई और शताबदी का नाम बदलकर इसे फिरोजपुर -चंडीगढ़ के बीच चलाने का फैसला लिया गया ।
वही टे्रन को चलान के लिए हैड़ क्वार्टर के करीब बीस दिनों पहले अपनी मंजूरी दे दी लेकिन टे्रन से संबधित मंडल के दो विभागों में तनातनी हो गई। पता चला है कि आपरेटिंग विभाग का कहना है कि वह टे्रन को प्रात: साढ़े चार बजे चलाए ताकि टे्रन 9 बजे चंड़ीगढ़ पहुच जाए। लेकिन टे्रन की साफ सपाई का काम करने वाले एस.एन.टी विभाग का कहना है कि से प्रात: 5 बजे चला जाए क्योंकि टे्रन का साफ सफाई क े काम में देरी लगती है। इतना ही नही अभी तो कमर्शियल विभाग ने इसका किराया भी तह नही किया जो काफी समय पहले ही कर देना चाहिए था। वही डी.आर.एम विवेक कुमार का कहना है कि टे्रन चलाने की तैयारी की जा रही है बस कुछ रुकावटे थी जिन्हे जल्द ही दूर कर दिया जाएगा और टे्रन दौड़ती दिखाई देने लगेगी जिसका फायदा यात्रियों और रेल दोनों को भी लाभ मिलेगा। टे्रन के स्टापीज भी तह किए जाने है जिस पर संबंधित विभागों से बात चल रही है ताकि यात्रियों को पता चल सके की टे्रन किस किस स्टेशन पर रुकेगी । इस बारे मे अबंला रेल मंडल के अधिकारियो से भी बात की जा रही है क्योंकि चंडीगढ़ स्टेशन पर टे्रन को खड़ा करने के लिए स्थान नही है इस लिए ये विचार भी किया जा रहा है टे्रन को चंडीगढ़ से अंबाला तक भी चला दिया जाए।
(अमित वर्मा)
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