लुधियाना : पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के दो दिवसीय किसान मेले में इस साल के संदेश सादा विवाग, सादा भोग- ना कर्जा, ना चिंता रोग का संदेश देते हुए दो दिवसीय किसान मेला संपन्न हुआ। इस मौके पर यूनिवर्सिटी के खेती पत्रकारी, भाषा व सभ्याचार विभाग की ओर से 72 पन्नो की एक पुस्तक सादा विवाह, सादा भोग पंजाब के वित्तीय मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने रिलीज की।
इस में 24 छोटे छोटे लेखों के जरिए सादा विवाह करने के ढंग बताए गए है तथा दिखावा त्याग कर सादगी भरा जीवन जीने की प्रेरणा की गई है। प्रोफेसर डा. सरबजीत सिंह ने बताया कि 3000 से अधिक किसानों ने बड़े बड़े बैनरों पर हस्ताक्षर किए कि वह अपने परिवारों में सादा विवाह की रीत चलाएंगे साथ ही अपने अपने गांव में इस लहर को प्रचंड करेंगे। इस मौके पर 35 साल की उम्र से कम ग्रामीण नौजवान को किसान खुदकुशी रोकने में सहयोग देने के लिए वलंटियर्स बनने के लिए फार्म भरवाए गए।
गौर हो कि यूनिवर्सिटी की ओर से ग्रामीण नौजवनों को मनोविज्ञानिक सहायता की मुफ्त सिखलाई दी जा रही है। इसके अलावा खेती पत्रकारी विभाग की ओर से इशतेहार बांटे गए जिसका संदेश था- मुशिकलों से जूझना सीखो और सिखाओं। खुदकुशी रोको, परेशानियों से लड़े। विभाग की ओर से किसानों को प्रेरणा दी गई कि वह अपने आस पास कर्जे, नशे, घरेलु लड़ाईयों से परेशान किसान परिवार का हालचाल पूंछे।
अगर सुख सदा नहीं रहता तो दुख भी हमेशा नहीं रहता। यूनिवर्सिटी के एनएसएस वलंटियर्स की ओर से विभिन्न नारे जैसे दिखावे वाले विवाह करते घर तबाह, विवाह समय दिखावा दिन चार का कर्जा व पछतावा उम्र भर का, कर्जे से बच के रहना दिखावा फिर छडऩा पैणा, चादर देखकर पैर पसारो के नारे लगाए गए। इस मौके पर विद्यार्थियों की ओर से सादे विवाह, सादे भोग संबंधी एक मार्च भी निकाला गया। जोकि किसानों की खिच का आकर्षण बना। लोक रुक रुक कर इसकी विडियों बना रहे थे।
– सुनीलराय कामरेड