लुधियाना : भारतीय वायु सेना के पश्चमी कमांड के एयर चीफ कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल सी. हरी कुमार ने आज स्पष्ट किया कि सरहदों के पार बैठे दुश्मनों को हर प्रकार का जवाब देने में भारतीय वायु सेना सक्ष्म है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे जवान और आफिसर किसी भी प्रकार की परिस्थितियों और वातावरण का सामना करके बड़े दलेराना अंदाज में दुश्मनों को नाको चने चबा सकते है।
सी. हरी कुमार ने आज लुधियाना से 42 कि.मी. दूर हलवारा एयर बेस पर चुनिंदा मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए यह भी बताया कि उन्हें हर्ष है कि देश के महामहिम 22 दिसंबर को हलवारा एयर फोर्स स्टेशन पर स्वयं आकर 51 स्क्वाड्रन को निशान सम्मान और 230 सिगनल यूनिट का सर्वोच्च सम्मान से नवाजेंगे। एयर मार्शल सी हरि कुमार जो परम विशिष्ठ सेवा मैडल और अति विशिष्ट सेवा मैडल से सम्मानित है, स्वयं देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के आगमन से पूर्व मद्दैनजर हो रही समस्त तैयारियों का जायजा लेने अपने अधिकारियों की विशेष टीम के साथ पहुंचे हुए थे। उन्होंने इस मौके पर देश के युद्ध उपकरणों व साजों-सामान के 85 प्रतिशत जंक होने की प्रकाशित रिपोर्ट के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब पर कहा कि जहां तक भारतीय वायु सेना का प्रश्न है, उसमें ऐसी स्थिति नहीं है। जबकि अन्य पर वह कुछ नहीं कह सकते। उन्होंने यह भी कहा कि विदेशों से गोला-बारूद और साजों सामान तो आता-जाता रहता है। कभी भी एक साथ नहीं खरीदा जाता है। उनका दावा था भारतीय हवाई सेना के पास आवश्यक गिनती में पायलट, जहाज व अन्य साजो सामान उपलब्ध है। देश के युवाओं में भारतीय वायु सेना में भर्ती प्रति दिलचस्पी पर संतोष जाहिर करते हुए पश्चिमी कमान के सीईनसी ने कहा कि देश के युवाओं में एयर फोर्स के प्रति काफी लगाव है। और हर वक्त वे इस फोर्स के माध्यम से भारत की सेवा करने में उतावले है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में वायु सेना अपने स्तर पर भी जागरूकता अभियान चलाएगी। उन्होंने एयर फोर्स के हर विभाग में महिलाओं के आने के संकेतों को अच्छा बताया।
सेना में सियासी दखलांदाजी के बारे पूछने पर उन्होंने कहा कि सेना तो अपना काम करती रहती है। उनका किसी पक्ष से कोई संबंध नहीं है और न ही कोई दखल है। नए फाइटर प्लेन की खरीद बारे पूछने पर उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया जारी है। भारत सरकार की ओर से फ्रांस से राफेल जहाज खरीदे जा रहे है। जोकि बेहद उच्च तकनीक से लेस है। देश में ही घरेलू निर्माण की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि यह सब कुछ तकनीक पर निर्भर करता है। यदि आपके पास तकनीक है तो कुछ भी संभव है। तकनीक न होने के चलते ही विदेशों पर निभर्र रहना पडता है। अन्यथा यही साजो सामान देश में निर्मित हो सकता है। भारत सरकार द्वारा मेक इंडिया के तहत इस ओर कदम बढाया जा रहा है तथा आधुनिक तकनीक विकसित करने के प्रयास किए जा रहे है। पाकिस्तान व चीन के साथ चुनौतियों बारे पूछने पर उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना हर स्थिति का सामना व जवाब देने में हर समय सक्षम रहती है।
उन्होंने कहा कि यह नीति पड़ोसी देशों को देखकर नहीं बल्कि हर प्रकार के खतरे का सामना करने में सक्षम रहने को सामने रखकर बनाई जाती है। हलवारा एयर फोर्स स्टेशन पर कार्गो विमान उतरने के प्रस्ताव बारे पूछने पर उन्होंने कहा कि यह निर्णय भारत सरकार व भारतीय सेना ने लेना है। हालांकि ऐसे प्रस्तावों को पूर्व में आदमपुर, पठानकोट व देश के अन्य हिस्सों पर मंजूरी दी जा चुकी है। यदि हलवारा में भी ऐसा हो तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। इसके लिए तो जमीन की जरूरत होती है। वैसे भी केंद्र सरकार की उड़ान योजना के बाद सस्ती विमान यात्रा के चलते हर कोई इससे सफर करना चाहता है। उन्होंने 1965 व 1971 सहित कारगिल की जंग के दौरान हलवारा एयर बेस की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस एयर बेस की सेनाओं का योगदान महत्वपूर्ण रहा है।
उन्होंने राष्ट्रपति के आगमन बारे जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रपति द्वारा वायु सेना हलवारा में भारतीय वायु सेना के 51 स्कवाड्रन को निशान व 230 सिगनल यूनिट को सममान प्रस्तुति की जाएगी। जिसकी प्राप्ति क्रमश ग्रुप कैप्टन सतीश एस पवार कमांडिंग आफिसर 51 स्क्वाड्रन व ग्रुप कैप्टन एसके त्रिपाठी स्टेशन कमांडर 230 सिगनल यूनिट द्वारा की जाएगी। उन्होंने बताया कि निशान सम्मान राष्ट्रपति द्वारा सशस्त्र सेनाओं के लिए अत्यंत महत्व रखता है। इस सम्मान का चयन युनिटों द्वारा शंाति एवं संघर्ष दोनों परिस्थितियों में उनकी कार्यक्षमता व उपलब्धियों के आधार पर किया जाता है। यह पुरस्कार शांति व संघर्ष दोनों परिस्थितियों में किसील युनिट द्वारा प्रदान की गई आप्रेशन दक्षता निष्ठा भाव व उसके प्रशंसनीय योगदान के लिए कृतज्ञता प्रकट करने का एक माध्यम है।
इस समारोह में वायु सेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोवा के अलावा पंजाब के गवर्नर व मुखयमंत्री सहित अन्य उच्चाधिकारियों के उपस्थित रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही गौरव की बात है कि चार साल पहले देश के तात्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पहुंचे थे तथा सममान दिया था। प्रेस कांफ्रेंस में उनके साथ 51 स्क्वाड्रन के कमांडिंग आफिसर ग्रुप कैप्टन सतीश एस. पवार, 230 सिगनल यूनिट के स्टेशन कमांडर ग्रुप कैप्टन एसके त्रिपाठी, एयरफोर्स स्टेशन हलवारा के प्रमुख एयर कमांडर डीवी ख्खोत सहित हवाई सेना के सीनियर अधिकारी उपस्थित थे।
– सुनीलराय कामरेड
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