लुधियाना : पंजाब के जाने माने उद्योगपति एवं बहुशखसीयत स. रणजोध सिंह द्वारा पंजाबी, हिंदी और अंग्रेजी में तीन अलग-अलग भाषाओं में तैयार की गई प्रथम पातशाही साहिब श्री गुरू नानक देव जी की अमृत बाणी श्री जपुजी साहिब को आज लुधियाना के रामगढिया गल्र्स कालेज में संगत के लिए रिलिज किया गया, श्री अकाल तखत साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कौम के नाम रिलिज करते हुए कहा हमारी कोशिश होगी कि इसे 50 भाषाओं को छापकर पूरे विश्व में भेजा जाए ताकि गुरू नानक देव जी का संदेश पूरी मानवता तक पहुंचे ताकि दुनिया में आपसी भाईचारा, प्रेम, सत्कार सभी में बरकरार रहे।
इस मौके पर नायब शाही ईमाम पंजाब उस्मान रहमानी लुधियानवी व अन्य ङ्क्षहदू -सिख शखसीयतें भी मौजूद रही। उल्लेखनीय है कि सिखों के नितनेम की पहली बाणी है, श्री जपुजी साहिब जिसे किसी भी धर्म का शख्स कभी भी और कही भी श्रद्धाभाव से नियमावली का पाबंद रहकर उच्चारण कर सकता है। इस समय सिंह साहिबान ने रणजोध सिंह द्वारा किए गए प्रयास की प्रशंसा की तथा कहा कि इसे हर सिख हर समय अपने साथ रख सकता है।
ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि उन्होंने विदेशों में सिख पहचान के आ रहे मामलों के बारे में कहा कि कुछ जगह ऐसी समस्या आ रही है। इस बारे में बाहरी सिखों के अलावा एसजीपीसी, डीएसजीपीसी कोशिशें कर रही है तथा शिक्षा संस्थानों इत्यादि में बताकर गलतफहमी को दूर करने का प्रयाय किया जा रहा है कि सिख एक अलग कौम है तथा इसका पहरावा व बोलचाल अलग है। यह दुनिया का भला चाहने वाले लोग है तथा इनसे मानवता को कोई खतरा नहीं है। आज यहां पर माता तृप्ता जी सेमिनार हाल का भी उद्घाटन किया गया।
– सुनीलराय कामरेड