लुधियाना : एमएलए सिमरजीत सिंह बैंस द्वारा सिटी सैंटर के तथाकथित बहुकरोडी घौटाले के मामले में विजिलैंस की क्लोजर रिपोर्ट को अदालत में चुनौती देने के केस की सुनवाई आज माननीय जिला एवं सैशन जज गुरबीर सिंह की अदालत में हुई। इस केस में विजिलैंस ने मुखयमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह व अन्य को क्लीन चिट देते हुए अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की हुई है। जिस पर एअदालत में दायर की गई क्लोजर रिपोर्ट पर एमएलए बैंस द्वारा दी गई चुनौती पर अदालत में आज मुखयमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह सहित अन्य कुछ आरोपियों के वकीलों द्वारा अपनी बहस की गई। वहीं अभी कुछ आरोपियों के वकीलों द्वारा बैंस की अर्जी पर अपना जवाब भी नहीं दिया गया है और उनके द्वारा इस पर बहस के लिए तिथि ली गई है। उपरोक्त मामले की सुनवाई अब 3 नवंबर को होगी।
आज विधायक बैंस की अर्जी पर बहस करते हुए आरोपियों के वकीलों ने कहा कि बैंस द्वारा उपरोक्त मामले में पार्टी बनने के लिए दी गई अर्जी मात्र एक राजनीतिक शोहरत प्राप्त करने के लिए दी गई है। क्योंकि सिटी सैंटर मामले को चलते हुए लगभग दस वर्ष से अधिक हो गए हैं। बैंस का उपरोक्त मामले में पार्टी बनने के लिए दी गई अर्जी का कोई औचित्य नहीं है और न ही यह कानूनी तौर पर मान्य है। और इस दौरान कभी भी बैंस ने अदालत की कार्यवाही में शामिल होने को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। उनके मुताबिक न तो बैंस इस मामले में कोई गवाह हैख्और न ही उन्होंने सिटी सैंटर मामले में किसी प्रकार की कोई अर्जी मामला दर्ज होने से पूर्व किसी उच्चाधिकारी के पास दी थी। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक फौजदारी मामला है, न कि सिविल मामला। इसलिए बैंस को इस मामले में पार्टी बनाने के लिए दी गई अर्जी का कोई आधार नहीं है और यह मात्र मीडिया की सुर्खियां में आने के लिए बैंस द्वारा दी गई है। वहीं बैंस के वकील ने इस अर्जी पर बहस करते हुए कहा कि यह मामला आम जनता के साथ जुडा हुआ है और इसमें करोडों रूपये का घौटाला हुआ है और मुखयमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह अपनी सत्ता का दुरूपयोग करते हुए इस मामले से निजात पाना चाहते है। और विजिलैंस पुलिस की ओर से यह क्लोजर रिपोर्ट फाइल करवाई गई है।
उल्लेखनीय है कि लुधियाना के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने विगत सुनवाई के दौरान अदालत में एक अर्जी दाखिल करके उन्हें इस मामले में शामिल करने का आग्रह किया था । बैंस ने आरोप लगाया है कि विजिलैंस पुलिस कैप्टन अमरेंद्र सिंह सहित अन्य को बचाने की कोशिश कर रही है और यह मामला भ्रष्टाचार का है और आम जनता से जुडा हुआ है। उल्लेखनीय है कि विजिलैंस पुलिस ने विगत माह पहले ही कैप्टन अमरेंद्र सिंह व अन्य के खिलाफ अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है। जिसमें उन्होंने कैप्टन अमरेंद्र सिंह सहित 32 अन्य आरोपियों को क्लीन चिट देते हुए कहा है कि एक अन्य आरोपी चेतन गुप्ता द्वारा मामले की पुन: जांच करने की लगाई गई अर्जी पर जब विजिलैंस पुलिस ने जांच की तो पाया कि आरोपियों के खिलाफ कोई भी आरोप साबित नहीं होता है और आरोपी चेतन गुप्ता पर भी लगाए गए आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि पुन: जांच के दौरान पूर्व में गवाहों द्वारा दिये गए ब्यान वर्तमान में दिये गए ब्यानों से बिल्कुल उलट है। जबकि सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने स्वयं ही जब इस मामले को मीडिया द्वारा उठाया गया था तो जांच करने के आदेश दिये थे और बाकायदा समय समय पर अपने स्तर पर नियमितताओं को दूर करने की हर संभव कोशिश की थी।
– सुनीलराय कामरेड