जालंधर : पुलिस ने सुपारी किलर ग्रुप और लूटपाट करने वाले दो गिरोहों को पकड़ा है। पुलिस ने सुपारी किलर ग्रुप के पांच सदस्य और लुटेरा गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से लूटपाट में इस्तेमाल किए जाने वाले वाहन भी बरामद हुए हैं। दोनों गिरोह के सदस्यों के पास से छह पिस्तौल और कारतूस भी बरामद किए गए हैं। बदमाशों में होटल मैनेजमेंट का डिप्लोमा होल्डर और इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी भी शामिल हैं। दोनों गिरोहों के बदमाशों को जालंधर देहात पुलिस की सीआइए स्टाफ दो और नकोदर थाना के दल ने गिरफ्तार किया। पत्रकारों से बातचीत में एएसएसपी (देहात) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि सीआइए स्टाफ दो के प्रभारी इंस्पेक्टर शिवकुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि सुपारी किलिंग और डाका डालने वाला गिरोह पेट्रोल पंप लूटने की साजिश रच रहा है।
सूचना के आधार पर डरोली नहर के पास अलग-अलग वाहनों में आ रहे पांच लोगों को काबू किया गया आरोपियों की पहचान गिरोह के सरगना बुगोवाल, होशियारपुर निवासी रमनजीत सिंह उर्फ रमना, आदमपुर के कपूर गांव निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी, गोराया निवासी मनदीप सिंह उर्फ जीता, बिलगा निवासी अनिल कुमार उर्फ अजय उर्फ अमना और लोहिया निवासी जितेंद्र सिंह उर्फ जिंदा के रूप में हुई है। आरोपियों के पास से चार मोटरसाइकिलें और एक सेंट्रो कार बरामद हुई।
तलाशी लेने पर उनके पास से पांच पिस्टल और 10 कारतूस बरामद हुए। जांच में सामने आया कि ये बदमाश लूटपाट करने के अलावा सुपारी किलिंग भी करते थे। वे किसी पेट्रोल पंप को लूटने की साजिश रचकर जा रहे थे। आरोपियों के पास के सात सोने की बालियां भी बरामद हुई हैं, जो उन्होंने अलग-अलग जगह पर महिलाओं से छीनी थी। वे लोगों को गन प्वाइंट पर लेकर लूटते थे। एसएसपी भुल्लर ने बताया कि इसी तरह थाना नकोदर की पुलिस ने लूटपाट करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान शाहपुर निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी उर्फ जहाज और उसके साथी रुपेवाल, शाहकोट निवासी अरुणप्रीत सिंह अरुण के रूप में हुई है। आरोपियों के पास से एक वेरना कार, एक पिस्टल और पांच कारतूस बरामद हुए।
पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ अलग स्थानों में मामले दर्ज हैं।
आरोपियों के फरार साथियों की भी तलाश की जा रही है पांच सदस्यीय सुपारी किलर गिरोह का सरगना रमनदीप सिंह उर्फ रमना दो लोगों की हत्या की सुपारी ले चुका है। एसएसपी जीपीएस भुल्लर ने बताया कि लूटपाट के मामले में पकड़े गया था और पांच साल बाद केंद्रीय जेल से रिहा होकर आया है। आठवीं पास रमना काफी समय से लूटपाट कर रहा था। कुछ समय पहले उसने अपने दोस्त अमृतपाल सिंह उर्फ अंबा के गिरोह के अन्य साथियों के साथ मिलकर गांव राजोवाल निवासी हरजिंदर सिंह उर्फ जिंदा से उसके भाई गुरभेज सिंह को मारने के लिए रुपए 40000 की सुपारी ली थी। जिंदा और गुरभेज में जमीन विवाद था। इसके अलावा बुलोवाल निवासी दीपू ने अपनी सास शिंदरकौर के साथ मिलकर अपने ससुर पलविंदर सिंह पिंदा को मारने के लिए रमना को सुपारी दी थी।
दीपू का ससुर पलविंदर उसका सगा ससुर नहीं था। पलविंदर की पत्नी शिंदरकौर ने अपने दामाद दीपू को कहा था कि वह पलविंदर को मरवा दे। एसएसपी भुल्लर ने बताया कि सुपारी देने वालों की भी तलाश की जा रही है। सुपारी किलर गिरोह का दूसरा सदस्य हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी चार साल पहले दुबई से लौटा है। दसवीं पास हैप्पी की जान पहचान अमृतपाल से हुई। अमृतपाल दूसरे राज्यों से पिस्टल ला कर पंजाब के अलग-अलग शहरों में वारदात करता था। दोनों ने मिलकर वारदात करते थे। हैप्पी भी 2016 में ही जेल से बाहर आया था। गिरोह का तीसरा साथी मंदीप कुमार उर्फ जीता टाइलें लगाने का काम करता था। वह अपने साथी रोशन के साथ मिलकर लूटपाट का काम करता था। वह भी कपूरथला जेल से 2016 में ही बाहर आया था।
बदमाशों के अन्य साथी अनिल कुमार उर्फ अजय उर्फ अमना और जितेंद्र सिंह उर्फ जिंदा भी लोगों से लूटपाट करते थे। जिंदा अपने साथियों के हथियार संभालने का काम करता था और लूटे के पैसों को अपने बैंक खाते में जमा करता था। नकोदर पुलिस द्वारा पकड़े गए लूटपाट करने वाले गिरोह का सदस्य हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी है। 12वीं पास हैप्पी शादीशुदा है। हाल ही में वह इंग्लैंड में कबड्डी टूर्नामेंट खेल कर आया है। उसने अपने दोस्त अरुण पाल के साथ मिलकर लूटपाट करना शुरू किया था। उसका दोस्त अरुण पाल सिंह ने चंडीगढ़ के पंजाब यूनिवर्सिटी से होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया है।
अरुण पाल शाहपुर में वह खेती बाड़ी करता था, लेकिन जल्द पैसा कमाने के लालच में हरप्रीत के साथ मिलकर लूटपाट करने लगा। दोनों ने अपने दो अन्य साथियों को बिगी चहारमी निवासी हरदीप सिंह उर्फ दीपा और कोटला हेरां निवासी जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सू के साथ मिलकर अड्डा टुटकलां के बाहर ठेके से शराब और बीयर की पेटियां भी लूटी थी। उन्होंने अड्डा गोहीर से भी शराब की पेटियां लूटी थीं।
– अश्विनी ठाकुर