लुधियाना : हमेशा कौम को मिल रही चुनौतियों का सामना करने और पहरा देने की प्रवृति को दोहराते हुए आज पंजाब भर के जिला मुख्यालयों में विभिन्न सिख संगठनों ने साधु नारायण दास की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रोष प्रदर्शन करके गुस्से का इजहार किया गया।
लुधियाना, बठिण्डा, पटियाला, मोगा, जगराओं, जालंधर और बरनाला में भी अलग-अलग सिख जत्थेबंदियों के पूर्ण सहयोग के चलते अलग-अलग सिख संगठनों के प्रतिनिधियों ने संबंधित डिप्टी कमीश्ररों और पुलिस कप्तानों समेत संबंधित अधिकारियों को मांग पत्र देकर 5वे पातशाह वाणी के रचियता साहब श्री गुरू अर्जुन देव जी के विरूद्ध आपतिजनक प्रचार करके सिख हृदयों को चोट पहुंचाने वाले नारायण दास साधु को तुरंत गिरफतार करने की मांग की। लुधियाना में फिरोजपुर रोड़ स्थित पंजाबी भवन पर बड़ी संख्या में सिख समूह इकटठे होकर जसपाल सिंह हेरा की अध्यक्षता में जिलाधीश को मिनी सचिवालय में जाकर मांग पत्र सौंपा। उस उपरांत सीपी डॉ सुखचैन सिंह गिल को भी ज्ञापन देकर पाखंडी साधु के विरूद्ध तुरंत मामला दर्ज करने की मांग की।
जसपाल सिंह हेरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सिख कौम की आपसी लड़ाई के मध्यनजर तथाकथित साधु , गुरू साहिबान के विरूद्ध आपतिजनक प्रचार करने की जुर्रत करने लगे है। उन्होंने कहा कि सिख दुश्मन ताकतों को नुकेल डालने के लिए आई हुई संगत हर प्रकार की कुर्बानी के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वयं को हिंदू को ना मानने वाली और अलग पहचान रखने वाली सिख कौम को निगलने के लिए आरएसएस द्वारा आए दिन घिनौनी हरकतें की जा रही है परंतु अब सिर से पानी गुजर चुका है। उन्होंने बताया कि नारायण दास ने शहीदों के सरताज श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के संपादक और सिखों के पांचवे गुरू अर्जुन साहिब और श्री गुरू ग्रंथ साहिब में उनके द्वारा दर्ज की गई भक्तों की वाणी पर सीधा हमला करके घिनौनी हरकत की है, जिसे सिख कौम बरदाश्त नहीं कर सकती।
उन्होंने तथाकथित साधुओं और शरारती तत्वों पर बार-बार हमले किए जाने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाते हुए नारायण दास के विरूद्ध मामला दर्ज करके तुरंत गिरफतारी की मांग की। इस दौरान अलग-अलग जत्थेबंदियों के नुमाइंदों ने सीपी कार्यालय तक जयकारों की गंूज में रोषमार्च निकाला और जिलाधीश कार्यालय में कुछ समय धरना देकर पंजाब सरकार को मांगपत्र भेजा। पुलिस कमीश्रर डॉ गिल ने मामले की जांच करके मुकदमा दर्ज करने का पक्का भरोसा दिया।
स्मरण रहे कि 14 मई को तथाकथित नारायण दास द्वारा एक वीडियो वायरल करके 5वे गुरू साहिब के बारे में बेहद गुमराहपूर्ण टिप्पणियां की गई थी, उसमें भगत रविदास, भगत नामदेव और भगत कबीर साहिब से संबंधित भाईचारे में जहर पैदा करने के लिए टिप्पणियां थी।
सिख संगत ने यह भी कहा कि ऐसी टिप्पणियां केवल गुरू साहिब पर ही नहीं बल्कि उनके द्वारा संपादिक श्री गुरू ग्रंथ साहिब पर सीधा हमला है, जिसे बरदाश्त नहीं किया जाएंगा। गौरतलब है कि सिखों की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब के सिंह साहिब जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह और शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोविंद सिंह लोंगोवाल ने भी समूह सिख संगत को रोष प्रकट करने की इजाजत दी है।
– सुनीलराय कामरेड
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