लुधियाना-गुरदासपुर : बलात्कार के मामले में वांछित पूर्व अकाली मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह को लेकर पंजाब पुलिस द्वारा लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है। यह लुकआउट नोटिस जिला गुरदासपुर की पुलिस प्रमुख ने जारी किया, जिसमें अलग-अलग राज्यों को लिखा गया है कि अगर सुच्चा सिंह लंगाह से संबंधित कोई भी जानकारी मिलती है तो गुरदासपुर पुलिस को तुरंत सूचित किया जाए।
उधर यह भी पता चला है कि अकाली दल से बरखास्त नेता सुच्चा सिंह लंगाह ने आज बलात्कार के ही मामले में अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हाईकोर्ट राजिस्ट्री ने अभी तक यह तय नहीं किया, इस मामले में सुनवाई कब की जाएं और उसपर आपत्तियों को भी अभी स्पष्ट करना बाकी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गुरदासपुर के पुलिस कप्तान ने पंजाब और सूबे की राजधानी चंडीगढ़ समेत हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर की पुलिस को पत्र भेजकर सूची किया है। जिक्रयोग है कि बीते दिन सोमवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह अपने चुनिंदा विश्वासनीय साथी समेत वकील एचएस बराड़ और डीएस सोबती के माध्यम से चंडीगढ़ की जिला अदालत डयूटी मजिस्टे्रट हृदयजीत सिंह के सम्मुख आत्मसमर्पण के लिए हाजिर हुए थे। तीन घंटे चंडीगढ़ की अदालत में व्यतीत करने उपरांत सुच्चा सिंह लंगाह को न्यायाधीश ने यह कहकर उनके आवेदन को वापिस कर दिया कि वह गुरदासपुर जाकर इस कार्यवाही को अंजाम दें। लंगाह ने आज पंजाब और हरियाणा की उच्च अदालत में अग्रिम जमानत के लिए आवदेन किया है। अदालत बुधवार को इसपर सुनवाई कर सकती है।
स्मरण रहे कि बलात्कार के आरोपों में घिरे सुच्चा सिंह लंगाह पिछले 4 दिनों से पंजाब पुलिस के शिकंजे में ना आएं, इसलिए वह छिपते-छिपाते भाग रहे है, क्योंकि गुरदासपुर के एक गांव की रहने वाली विधवा ने पुलिस को शिकायत में बताया था कि 2008 में उसके पति की मौत के बाद सहानुभूति के आधार पर नौकरी प्राप्त की थी। इस दौरान तत्कालीन मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह ने 2009 में उससे जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाकर बलात्कार किया। पीडि़ता ने शिकायत में यह भी कहा था कि उसे कई बार डरा-धमकाकर बलात्कार किए जाते रहे है।
– सुनीलराय कामरेड