लुधियाना-टांडा : विदेशी धरती पर जाने के ख्वाब में टांडा के नजदीक गांव कलयानपुर के रहने वाले युवक कनाडा जाने की लालसा में इस कदर डूबा कि गांव में भरा-पूरा परिवार होने के बावजूद आखिरी वक्त उसकी लाश को कोई कंधा देने वाला नसीब ना हुआ। कनाडा भेजने की बजाए ट्रैवल एजेंटों द्वारा इस शख्स को बैंगलोर में कथित तौर पर बंदी बनाकर अत्याचार किए जाने के पश्चात हत्या कर दी गई। यह मामला उस वक्त सामने आया जब पीडि़त परिवार ने बैंगलोर पहुंचने पर अपने बेटे सुरिंद्रपाल सिंह की लाश को पुलिस ने तस्वीर के द्वारा पहचान करवाई।
जानकारी के मुताबिक मृतक पाली ने काफी लंबे समय से कनाडा में जाने का ख्वाब पाला हुआ था और उसी की पूर्ति के लिए गुरदासपुर के एक ट्रैवल एजेंट के माध्यम से 22 लाख रूपए का सौदा तय किया। सभी पैसों का भुगतान बाद में ही दिए जाने का करार था। परंतु दो महीने बीत जाने पर सुरिंद्रपाल ना तो कनाडा पहुंचा और ना ही पुन: वापिस अपने गांव आया। परिवार को अपने नौजवान बेटे की मौत हो जाने के बारे में कुछ भी पता ना लगा। मृतक सुरिंद्रपाल सिंह उर्फ पाली के साले गोबिंद सिंह के अनुसार ट्रैवल एजेंट हरमिंद्र सिंह शैली ने उसके जीजा को 3 दिसंबर 2017 को कनाडा भेजने के लिए घर से लिया था।
उसने बताया कि शैली ने कहा था कि पाली को अमृतसर से मुंबई और बैगलोर से कनाडा की फलाइट में बिठाना है परंतु वह वहां से ही लापता हो गया और बीते कल उसकी मौत के बारे में पता लगा। नौजवान सुरिंद्रपाल सिंह उर्फ पाली की लाश 6 दिसंबर को बैंगलोर में पुलिस को छाडिय़ों के दौरान लावारिस मिली थी। गोबिंद सिंह ने आरोप लगाया कि ट्रैवल एजेंट ने उसके जीजा को कनाडा भेजने के स्थान पर बैंगलोर में ही अपहरण करवा लिया।
टांडा पुलिस ने 15 जनवरी 2018 को पाली के गायब होने के बाद उसके साले गोबिंद सिंह के बयान के आधार पर हरमिंद्र सिंह शैली, जेडी पटेल, संजीव और नरेश पटेल के विरूद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। दो हफते बीत जाने के बावजूद पुलिस इस मामले में कोई विशेष कार्यवाही नहीं कर पाई थी।
– सुनीलराय कामरेड
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